विदिशा

12 करोड़ में से 8 करोड़ का सिविल वर्क हो चुका , अब ट्रैक संबंधी काम होने में लगेगा समय

समस्या से मिलेगी निजात.. छह माह में तैयार हो जाएगा रैक पाइंट

विदिशाApr 10, 2018 / 07:25 pm

दीपेश तिवारी

विदिशा। शहर में रैक पाइंट होने की समस्या से निजात मिलने में करीब 6 माह का वक्त और लगेगा। सौराई में निर्माणाधीन रैक पाइंट के लिए सिविल का काम पूरा हो चुका है, लेकिन ट्रैक संबंधी काम पूरा होने में समय है। शहर में रैक पाइंट की समस्या को देखते हुए सांसद सुषमा स्वराज ने तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु से सौराई में रैक पाइंट स्वीकृत कराया था। खुद रेलमंत्री और सांसद ने आकर मंडी परिसर में आयोजित समारोह में रैक पाइंट का शिलान्यास किया था। इसके बाद बहुत धीमी गति से इसका कार्य शुरू हुआ लेकिन पिछले करीब छह माह से तेजी से निर्माण हुआ और करीब 12 करोड़ रुपए के रैक पाइंट में से 8 करोड़ रुपए का सिविल वर्क हो चुका है।

सौराई में 687 मीटर लंबे और 22 मीटर चौड़े प्लेटफार्म का निर्माण हो चुका है। अब इस पर पेवर ब्लॉक लगाने का काम किया जा रहा है। ये भी करीब एक माह में पूरा हो जाएगा। रैक पाइंट के कार्यालय का भवन और 8 क्वार्टर्स भी बन चुके हैं। लेकिन इसके बाद रेलवे ट्रैक को रैक पाइंट से जोडऩे का काम बड़ा है, जिसमें वक्त लगेगा। ट्रेक में लूप लाइन का कनेक्शन होगा, सिंग्नल की व्यवस्था की जाएगी। फिर नॉन इंटरलॉकिंग और इंटरलॉकिंग होगा, जिसके लिए ब्लॉक लेना होंगे। सारे काम हो जाने के बाद कमिश्नर रेलवे सैफ्टी(सीआरएस) का निरीक्षण होगा और सुरक्षा तथा सतर्कता की दृष्टि से पुख्ता पाए जाने पर रैक पाइंट चालू हो सकेगा।

विदिशा को यह होगा लाभ
-मौजूदा रैक पाइंट मुख्य रेलवे स्टेशन पर होने से यात्रियों को भारी परेशानी आती है, इससे मुक्ति मिलेगी।
-मौजूदा रैक पाइंट के कारण मुख्य रेलवे स्टेशन पर भारी शोरगुल और धूल रहती है, जो खत्म होगी।
-शहर के बीचों बीच इस रैक पाइंट के होने से यहां से आने-जाने वाले लोडिंग-अनलोडिंग के ट्रकों को भी शहर के बीच में से ही आना-जाना पड़ता है, जिससे कई हादसे हो चुके हैं। इस परेशानी से छुटकारा मिलेगा।

रैक पाइंट का सिविल वर्क लगभग पूरा हो गया है, अब ट्रेक के लिए काम होना है। सितम्बर तक उम्मीद है कि काम पूराकर रैक पाइंट का चालू कर दिया जाएगा। हम हर स्तर पर उसके काम की मानीटरिंग कर रहे हैं।
-रणवीर सिंह, एडीआरएम भोपाल

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