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कियोस्क बने कबाड़, सरकारी योजना व लक्ष्य बनी मजाक

locationचुरूPublished: Jan 04, 2021 09:42:45 am

Submitted by:

Madhusudan Sharma

करीब 25 से 30 लाख रुपए की लागत से गणेश मन्दिर चौराहा व 132 जीएसएस के पास बनाए कियोस्क जर्जर होकर कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं।

कियोस्क बने कबाड़, सरकारी योजना व लक्ष्य बनी मजाक

कियोस्क बने कबाड़, सरकारी योजना व लक्ष्य बनी मजाक

सुजानगढ़. करीब 25 से 30 लाख रुपए की लागत से गणेश मन्दिर चौराहा व 132 जीएसएस के पास बनाए कियोस्क जर्जर होकर कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं। करीब 20 वर्ष पूर्व तत्कालीन सरकार ने इन कियोस्को का निर्माण युवाओं को स्वरोजगार देने के लिए कराया था। करीब आधा बीघा नगर परिषद की भूमि पर एक दर्जन कियोस्क बनाने की रूपरेखा तय की गई थी। इन कियोस्कों के निर्माण पर 25-30 लाख रुपए खर्च किए। बाद में5 एक दर्जन कियोस्को का निर्माण स्वरोजगार के लिए किया गया, लेकिन इनका उपयोग नहीं किया गया। यह कियोस्क धीरे-धीरे कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं।
फिर भी भटक रहे बेरोजगार
कियोस्क निर्माण के बाद भी इनके उपयोग में नहीं लिए जाने से अभी भी कई बेरोजगार शहर में घूम रहे हैं। यदि इन राशि का उपयोग बेरोजगारों के लिए वर्कशॉप करा कर स्वरोजगार कार्य का प्रशिक्षण दिया होता तो शायद उनको जरूर रोजगार मिल जाता।
गंदगी से परेशानी
इन कियोस्क के कबाड़ में तब्दील होने के बाद इनके समक्ष मौहल्लेवासियों ने गंदगी फैलानी शुरू कर दी। इनके समीप गंदगी के ढेर लगे हैं। कियोस्क झाड़ व घांसफूस से ढक गए हैं।
अवैध सबलेट
आंवटित कई कियोस्कधारी खुद रोजगार नहींकर रहे। नियम विरुद्ध सबलेट कर अवैध ढंग से किराया वसूल रहे हं,ै लेकिन नगर परिषद प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं है।

इनका कहना है
&शहर में दो जगह गरीबों को रोजगार देने के लिए कियोस्क बनाई गई थी। नगरपरिषद ने इनकी सुध नहीं ली। सरकार की अच्छी योजना का सही क्रियान्वयन नहीं होने का यह ज्वलंत उदाहरण है।
महावीर प्रजापत, व्याख्याता, प्रगति नगर सुजानगढ़।
&नगरपरिषद को ध्यान देकर कियोस्क को चालू कराना चाहिए। नियमानुसार कदम उठाकर इनकी दशा सुधारे। सबलेट वैध है या नहीं, परिषद कार्रवाई करे।
मोहम्मद इदरीश गौरी, धिंगानिया बास सुजानगढ़
&20 वर्ष पहले बनी करीब 20 कियोस्क अभी बदहाल अवस्था में हैं। कचरा व कबाड़ केन्द्र बनी हुई है। नगर परिषद की अनदेखी इसके लिए जिम्मेदार है। इन पर ध्यान दिया जाकर सुधार होना आवश्यक है।
पवन माहेश्वरी, अध्यक्ष किराना मर्चेन्ट एसोसिएशन सुजानगढ़।
&कियोस्क जिन आवंटितधारियोंके नाम हैं। नगर परिषद उनसे इन्हें चालू कराए। या फिर आंवटन निरस्त कर अन्य जरूरतमंद को दें ताकी दूसरे रोजगार प्राप्त कर सके।
राजकुमार व्यास, नयाबास सुजानगढ़।

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