इनका कहना है
&शहर में दो जगह गरीबों को रोजगार देने के लिए कियोस्क बनाई गई थी। नगरपरिषद ने इनकी सुध नहीं ली। सरकार की अच्छी योजना का सही क्रियान्वयन नहीं होने का यह ज्वलंत उदाहरण है।
महावीर प्रजापत, व्याख्याता, प्रगति नगर सुजानगढ़।
&नगरपरिषद को ध्यान देकर कियोस्क को चालू कराना चाहिए। नियमानुसार कदम उठाकर इनकी दशा सुधारे। सबलेट वैध है या नहीं, परिषद कार्रवाई करे।
मोहम्मद इदरीश गौरी, धिंगानिया बास सुजानगढ़
&20 वर्ष पहले बनी करीब 20 कियोस्क अभी बदहाल अवस्था में हैं। कचरा व कबाड़ केन्द्र बनी हुई है। नगर परिषद की अनदेखी इसके लिए जिम्मेदार है। इन पर ध्यान दिया जाकर सुधार होना आवश्यक है।
पवन माहेश्वरी, अध्यक्ष किराना मर्चेन्ट एसोसिएशन सुजानगढ़।
&कियोस्क जिन आवंटितधारियोंके नाम हैं। नगर परिषद उनसे इन्हें चालू कराए। या फिर आंवटन निरस्त कर अन्य जरूरतमंद को दें ताकी दूसरे रोजगार प्राप्त कर सके।
राजकुमार व्यास, नयाबास सुजानगढ़।