एसपी जय यादव ने बताया कि 2 नवम्बर को वार्ड नम्बर 46 निवासी प्रेमचंद प्रजापत ने रिपोर्ट दी कि वह अपने भतीजे नरेन्द्र प्रजापत के साथ पार्टी कर रात के समय मोटरसाईकिल से घर आ रहा था। रास्ते मे एसयूवी को रोड के बीच लगाकर अमित उर्फ मितला, शुभम ढाका व उसके साथियों ने उनकी बाइक रूकवा लाठियो से मारपीट कर नरेंद्र की हत्या कर फरार हो गए। रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई।
आरोपी के खिलाफ करीब एक दर्जन मामले दर्ज
आरोपी अमित कुमार उर्फ मितला जयपुर मे 01 करोड़ 47 लाख रुपए की लूट करने के बाद वहा से फरार हो गया। उसके बाद पूर्व की रंजिश को लेकर चूरू आकर नरेन्द्र प्रजापत की हत्या कर फरार हो गया। आरोपी अमित कुमार के चूरू जिले के विभिन्न थानों में करीब एक दर्जन मामले दर्ज है। जिसकी तलाश के लिए पुलिस अधीक्षक चूरू कार्यालय से 15 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया। फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एएसपी लोकन्द्र दादरवाल व सीओ सुनिल कुमार झाझडि़या के निकटतम सुपरविजन व एसएचओ बलवन्त सिह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। सीसीटीवी फुटेज व लोकेशन के आधार पर रूट मैप बना कर अलग अलग टीमों द्वारा आरोपी की तलाश में जयपुर, सीकर, फतेहपुर, जोधपुर, नागौर मे अलग अलग स्थानों पर दबिश दी।
साइबर सेल व मुखबिर के सहयोग से आरोपी अमित कुमार के भिवण्डी (महाराष्ट्र) में छुपने का पता लगने पर वहां पर दबिश दी गई। भनक लगते ही आरोपी वहां से भी फरार हो गया। लगातार पीछा कर टीम ने आरोपी अमित कुमार उर्फ मितला को फतेहपुर से गिरफ्तार कर लिया। मामले में एक आरोपी को पूर्व में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत मे भिजवाया जा चुका है।
पुष्कर व मुंबई में काट रहा था फरारी
एसपी यादव ने बताया कि आरोपी अमित कुमार अपनी फरारी के दौरान अपना हुलिया बदलकर पुष्कर व मुंबई में जाकर भीख मांग अपना पेट भरने लगा। पुलिस को शक ना हो इसलिए भिखारियों के बीच ही सोने लगा। आरोपी की गिरफ्तारी मे साइबर सेल चूरू के कांस्टेबल रमाकान्त एवं थाना सदर के कांस्टेबल नवीन की विशेष भूमिका रही। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना सदर चूरू से एसएचओ बलवन्त सिह, कांस्टेबल नवीन व सरजीत, साइबर सेल से कांस्टेबल रमाकान्त एवं एजीटीएफ से हेड कांस्टेबल सज्जन कुमार शामिल थे।