चुरूPublished: Dec 11, 2020 01:39:15 pm
Madhusudan Sharma
पंचायतीराज चुनाव में कांग्रेस ने जीती हुई बाजी हारी। चुनाव में कांग्रेस 13, भाजपा को 11 व एक निर्दलीय प्रत्याशी ने एक सीट पर जीत हासिल की थी। इसकों लेकर कांग्रेस खेमे में उत्साह था व प्रधानी भी तय मान चुके थे।
कांग्रेस छोड़ निर्मला राजपुरोहित ने भाजपा के समर्थन से बनी प्रधान
सरदारशहर. पंचायतीराज चुनाव में कांग्रेस ने जीती हुई बाजी हारी। चुनाव में कांग्रेस 13, भाजपा को 11 व एक निर्दलीय प्रत्याशी ने एक सीट पर जीत हासिल की थी। इसकों लेकर कांग्रेस खेमे में उत्साह था व प्रधानी भी तय मान चुके थे। लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी श्यामलाल शर्मा ने अपने बड़े भाई विधायक भंवरलाल शर्मा की पत्नी एवं भाभी मनोहरीदेवी शर्मा को हराने के बाद भाजपा के साथ मिलकर कांग्रेस खेमे में सेंध लगाकर सपनो को चूर कर दिया। कांग्रेस की निर्मला राजपुरोहित को अपने खेमे में मिलाकर प्रधान का चुनाव लड़ाया। ऐसे में निर्मला राजपुरोहित को 13 मत मिले वही कांग्रेस के प्रत्याशी केशरीचन्द शर्मा को 12 मित मिले। अनबन के चलते श्यामलाल शर्मा अपने भाई विधायक भंवरलाल शर्मा के सामने मोर्चा खोल दिया। पहले अपने भाई विधायक शर्मा की पत्नी मनोहरीदेवी शर्मा के सामने निर्दलीय पर्चा भर कर ताल ठोक दी और अपनी भाभी को हराकर जीत दर्ज की। इसके बाद भाजपा से मिलकर कांग्रेस के एक सदस्य को अपने पक्ष में कर विधायक शर्मा के पुत्र एवं अपने भतीजे केशरीचन्द शर्मा को प्रधान बनने का सपना ही नहीं तोड़ा बल्कि कांग्रेस की जीती हुई बाजी को हार में बदल दिया।
भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मनाया जीत का जश्न
जीत की घोषणा होते ही भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जीत का जश्न मनाया। पंचायत समिति में मतगणना चल रही थी। बाहर भाजपा के कार्यकर्ता घोषणा का इंतजार कर रहे थे। ज्योही जीत की घोषणा हुई भाजपा नेता अशोक पींचा, पूर्व प्रधान सत्यनारायण सारण, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष मुरलीधर सैनी, राजेन्द्रसिंह छाजुसर, डा.रघुवीरसिंह मुहाल, युवराज पींचा सहित बड़ी सं या में उपस्थित भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जीत का जश्र मनाया। इस अवसर पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया।
पंचायत समिति के आगे दिन भर लगी रही भीड़
प्रधान के चुनाव के दौरान पंचायत समिति के आगे दिन भर भीड़ जुटी रही। पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। भीड़ के कारण मेगा हाइवे पर कई बार जाम की स्थिति पैदा हो गई।
कांग्रेस के खेमे में मायूसी
कांग्रेस ने जीती हुई बाजी हारने के कारण कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गई। देर रात तक कांग्रेस का प्रधान बनना तय था। सुबह कांग्रेस से बागी होकर निर्मला राजपुरोहित ने पर्चा दाखिल किया तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के होश उड़ गया।