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अब कोरोना पॉजिटिव मरीज भी घर पर रह सकेंगे

locationचुरूPublished: Jul 12, 2020 10:54:34 am

Submitted by:

Brijesh Singh

मरीज को होम आइसोलेशन ( Home Isolation ) के लिए शपथ पत्र भरना होगा और होम क्वांरटीन ( Home Quarentine ) के सभी दिशा निदेर्शों का पालन करना होगा।

चूरू. कोरोना पॉजिटिव मरीजों के होम आइसोलेशन ( Home Isolation ) को लेकर आईसीएमआर ने एक नई संशोधित गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत असिम्टोमैटिक (अलाक्षणिक) अथवा हल्के लक्षण वालो कोविड-19 संक्रमित मरीजों को होम आईसोलेशन की सुविधा दी गई है। बशर्ते वे मेडिकल टीम को यह आश्वस्त कर सकें कि उनके पास पर्याप्त संसाधन मसलन अलग कमरा, अटैच्ड अथवा सबसे अलग शौचालय, घर के बाकी सदस्यों से भी पृथक रहने जैसी सुविधाएं मौजूद हों।

हालांकि, नई गाइडलाइन (ICMR Guideline ) में भी इस बात की सख्त ताकीद की गई है कि कैंसर, एचआईवी, गुर्दा अथवा अन्य तरह के प्रत्यारोपण आदि के इस कैटेगरी में आने वाले कोविड-19 संक्रमित मरीजों को आवश्यक रूप से अस्पताल में ही रह कर इलाज कराना होगा। डायबिटीज, 6 0 साल से ऊपर के बुजुर्ग, हाईपरटेंशन, कैंसर, किडनी, फेफ ड़ों, श्वसन से संबंधित गंभीर बीमारी वाले मरीजों को भी होम आइसोलेशन की छूट मिल सकती है, लेकिन इसके लिए उनका इलाज कर रहे चिकित्सक सहमति जरूरी होगी। चिकित्सक जांच-परीक्षण और मरीज के हालात का विश्लेषण करके उन्हें इसकी अनुमति दे सकता है। जानकारी के मुताबिक, गत दो जुलाई को दिल्ली से गृह मंत्रालय के जरिए जारी हुई इस गाइडलाइन को यहां राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से सात जुलाई को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भेज दिया गया है।

यह करना होगा
होम आईसोलेशन चाहने वाले कोविड-19 संक्रमित ( Covie 19 Positive Paitent ) मरीज की देखभाल के लिए 24 घंटे एक केयर टेकर रखना होगा। केयर टेकर मरीज के स्वास्थ्य के बारे में अस्पताल और मरीज के बीच सेतु का काम करेगा। केयर करने वाले व्यक्ति को डॉक्टर की सलाह के आधार पर तय प्रोटोकॉल के तहत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की खुराक लेनी चाहिए।

मोबाइल में डाउनलोड करना होगा आरोग्य सेतु एप
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना होगा। होम आइसोलेशन की अवधि के दौरान इसे पूरी तरह सक्रिय होना चाहिए।

यह दिक्कत हो तो अस्पताल आना होगा
गृह मंत्रालय के गाइडलाइन में कहा गया है कि यदि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज को सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है, सीने में दर्द शुरू होता है या बोलने में तकलीफ होती है तो उसे अगर डॉक्टर कहता है, तो तुरंत अस्पताल में आना होगा और वहीं इलाज लेना होगा।

देनी होगी अंडरटेकिंग
होम आइसोलेशन चाहने वाले मरीज को एक अंडरटेकिंग देनी होगी, जिसमें उसे होम आइसोलेशन की गाइडलाइन को मानने और अपनी स्वास्थ्य की वस्तुस्थिति से संबंधित डॉक्टर को अवगत कराने पर सहमति देनी होगी। होम आइलोसेशन में रहने वाले कोरोना संक्रमितों को अपने स्वास्थ्य की हरदम निगरानी करने और इसके बारे में जिला सर्विलांस अधिकारी को नियमित जानकारी देने के लिए सहमत होना होगा। मरीज को होम आइसोलेशन के लिए शपथ पत्र भरना होगा और होम क्वांरटीन के सभी दिशा निदेर्शों का पालन करना होगा।

…तब माने जाएंगे डिस्चार्ज
होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज में लक्षण शुरू होने के दस दिन बाद और तीन दिन लगातार बुखार न आने पर डिस्चार्ज माने जाएंगे। हालांकि उन्हें इसके बावजूद अगले सात दिन बाद तक घर में अकेले रहने और अपने स्वास्थ्य की निगरानी रखने की सलाह दी गई है। गाइडलाइन के मुताबिक, होम आइसोलेशन की अवधि खत्म होने के बाद जांच की कोई जरूरत नहीं है।

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