जानकारी के मुताबिक सोमवार रात 70 वर्षीय वृद्ध लिछमण की ढाड़ी में अचानक आग लग गई। आग ने इतनी जल्दी विकराल रूप ले लिया किया झोंपड़े में सो रहा बुजुर्ग भी नहीं निकल सका और काल का ग्रास बन गन गया। आगजनी में 10 बकरी, 25 भेड़, 10 मेमना, बाजरा, मोठ, ग्वार, दो झोंपड़े, एक छान, चारा, दो चारपाई व करीब दो हजार रूपए नकदी जलकर राख हो गए।
अधिकारियों ने लिया जायजा
खेत में आग लगने व वृद्ध के जलने की सूचना पर सुजानगढ़ उपखंड अधिकारी दीनदयाल बाकोलिया, डीवाईएसपी सुखविन्द्र पाल सिंह, डा. संजय ज्याणी, एएसआई गोवर्धनलाल मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। घटना के बाद आग पर निजी टैंकरों से पानी डालकर काबू पाया गया। लेकिन तब तक सबकुछ राख हो चुका था। वहां खामोशी छा चुकीथी।
खेत में आग लगने व वृद्ध के जलने की सूचना पर सुजानगढ़ उपखंड अधिकारी दीनदयाल बाकोलिया, डीवाईएसपी सुखविन्द्र पाल सिंह, डा. संजय ज्याणी, एएसआई गोवर्धनलाल मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। घटना के बाद आग पर निजी टैंकरों से पानी डालकर काबू पाया गया। लेकिन तब तक सबकुछ राख हो चुका था। वहां खामोशी छा चुकीथी।
बेटे ने दी पुलिस को रिपोर्ट
सालासर थाने के एएसआई गोवर्धनलाल ने बताया कि मृतक के बेटे किशनलाल ने रिपोर्ट दी कि उसके पिता खेत में बने झोंपड़े में ही रहते थे। सोमवार रात सात बजे उसने पिता को खाना खिलाकर घर आ आ गया था। पिता खेत में बकरियां व भेड़ चराते थे। रात को झोंपड़े में अचानक आग लगने से उनकी व पशुधन की मौत हो गई। पुलिस ने मृतक लिछमण मेघवाल का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
सालासर थाने के एएसआई गोवर्धनलाल ने बताया कि मृतक के बेटे किशनलाल ने रिपोर्ट दी कि उसके पिता खेत में बने झोंपड़े में ही रहते थे। सोमवार रात सात बजे उसने पिता को खाना खिलाकर घर आ आ गया था। पिता खेत में बकरियां व भेड़ चराते थे। रात को झोंपड़े में अचानक आग लगने से उनकी व पशुधन की मौत हो गई। पुलिस ने मृतक लिछमण मेघवाल का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
कई भेड़ गंभीर रूप से घायल
आगजनी में चार भेड़े गंभीर रूप से झुलस गई, जिनका उपचार पशु चिकित्सक रणजीत नेहरा द्वारा किया जा रहा है। वहीं हादसे में वृद्ध की मौत होने से हर कोई शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाते दिखा। मुरड़ाकिया गांव की रोही में स्थित खेत में बने झोंपड़े में लगी आग के कारणों का खुलासा नहीं हुआ। घटना के बाद सुजानगढ़ पंचायत समिति प्रधान गणेश ढाका, नौरंगसर सरपंच सुरेन्द्र राव मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। जनप्रतिनिधियों ने शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया।
आगजनी में चार भेड़े गंभीर रूप से झुलस गई, जिनका उपचार पशु चिकित्सक रणजीत नेहरा द्वारा किया जा रहा है। वहीं हादसे में वृद्ध की मौत होने से हर कोई शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाते दिखा। मुरड़ाकिया गांव की रोही में स्थित खेत में बने झोंपड़े में लगी आग के कारणों का खुलासा नहीं हुआ। घटना के बाद सुजानगढ़ पंचायत समिति प्रधान गणेश ढाका, नौरंगसर सरपंच सुरेन्द्र राव मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। जनप्रतिनिधियों ने शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया।
दमकल नहीं होने के कारण, नही बुझी आग
देश में विख्यात सालासर बालाजी धाम क्षेत्र में भी दमकल नहीं हैं। इसके कारण सालासर थानाअन्तर्गत आने वाले गांवों को आगजनी की घटना हो जाने के कारण निजी टैंकरों के भरोसे आग बुझाई जाती है। अगर समय रहते दमकल पहुंच जाती तो शायद आग पर काबू पाया जा सकता था, और जानमाल का बड़ा नुकसान होने से बचाया जा सकता था।
देश में विख्यात सालासर बालाजी धाम क्षेत्र में भी दमकल नहीं हैं। इसके कारण सालासर थानाअन्तर्गत आने वाले गांवों को आगजनी की घटना हो जाने के कारण निजी टैंकरों के भरोसे आग बुझाई जाती है। अगर समय रहते दमकल पहुंच जाती तो शायद आग पर काबू पाया जा सकता था, और जानमाल का बड़ा नुकसान होने से बचाया जा सकता था।
आगजनी में काल का ग्रास बने वृद्ध के परिवारजनों को सहायता के लिए पटवारी से रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलने पर पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने के लिए राज्य सरकार से अनुसंशा की जाएगी। दीनदयाल बाकोलिया, उपखंड अधिकारी सुजानगढ़