चुरू

हमारी बहन-बेटियां कटने-मरने के लिए नहीं

जिले के प्रभारी सचिव नीरज के. पवन की मौजूदगी में कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कोविड-19, टिड्डी नियंत्रण और बिजली पानी सहित विभिन्न मुद्दों पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को आड़े हाथ लिया।

चुरूAug 03, 2020 / 09:01 am

Madhusudan Sharma

हमारी बहन-बेटियां कटने-मरने के लिए नहीं

चूरू. जिले के प्रभारी सचिव नीरज के. पवन की मौजूदगी में कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कोविड-19, टिड्डी नियंत्रण और बिजली पानी सहित विभिन्न मुद्दों पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को आड़े हाथ लिया। सरदारशहर नसबंदी शिविर में गत 30 जून को एनजीओ टीम की लापरवाही से एक महिला की मौत हो जाने के एक महीने बाद तक जवाबदेही तय न होने से खफा उपनेता प्रतिपक्ष बैठक के दौरान ही सीएमएचओ डॉ. भंवरलाल सर्वा पर बरस पड़े। उन्होंने बेहद सख्त लहजे में कहा, ‘…हमारी बहन-बेटियां कटने-मरने के लिए नहीं हैं सीएमएचओ साहब। उनका यह रुख देख कर प्रभारी सचिव, कलक्टर समेत सभाकक्ष में मौजूद प्रशासनिक अमले को जैसे कुछ देर के लिए सांप सूंघ गया। बैठक में मौजूद पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने इसी दौरान प्रशासन की नाक के नीचे भ्रष्टाचार होने का भी आरोप बैठक में जड़ दिया।

एकल निविदा में हुआ भ्रष्टाचार
बैठक में मौजूद भाजपा नेता हरलाल सहारण ने कहा कि टिड्डी नियंत्रण के नाम पर एकल निविदा के तहत 70 लाख का टेंडर 24 घंटे में ही तय करके एक आदमी के हवाले कर दिया गया, क्या यह शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों की जानकारी के बगैर संभव हुआ है? इस पर बैठक में मौजूद कृषि उपनिदेशक ने प्रतिवाद किया कि इसमें तीन दिन का समय लगा था। जिस पर सहारण ने पुन: कहा कि आपने अपलोड करने के महज 24 घंटे के भीतर ही टेंडर पास कर दिया। यहां पर भी मामला बिगड़ते देख प्रभारी सचिव को हस्तक्षेप करना पड़ा।

निरस्त कर दोबारा तहसीलवार जारी करो
एकल टेंडर मसले पर विवाद बढ़ता देख प्रभारी सचिव साथ बैठे अधिकारियों की ओर मुखातिब होते हुए बोले कि क्यों न यह एकल टेंडर निरस्त करके दोबारा से टेंडर जारी कर दिया जाए, क्योंकि इससे तहसील में टैक्टर न पहुंचने जैसी शिकायतों से भी पार पाया जा सकेगा। हालांकि, यह बात प्रभारी सचिव ने बहुत धीमे स्वर में कही। देखने वाली बात होगी कि आने वाले दिनों में प्रशासन उनकी धीरे से कही इस बात पर कितना तेजी से अमल कर पाता है।

वीसीआर पर घेरा, तो अफसरों से तर्क-वितर्क
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने बिजली चोरी के नाम पर दो-दो बार वीसीआर भर कर अधिकारियों पर किसानों को परेशान करने का आरोप लगाया। इस पर बिजली विभाग के अफसरों ने भी उसी स्वर में जवाब दिया कि जो बिजली चोरी करेगा, उसके खिलाफ दो बार नहीं, जितनी बार बिजली चोरी करेगा, उतनी बार जुर्माना लगेगा। यहां भी प्रभारी सचिव ने मामला गरमाते देख हस्तक्षेप करते हुए जनप्रतिनिधियों की शिकायत का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए उसका समुचित निवारण करने का निर्देश दिया।

कोविड-19 की सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश
प्रभारी सचिव ने कहा कि कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है। इसलिए इसमें प्रतिदिन होने वाली सैंपलिंग और जांच की संख्या बढाएं। यहां की क्षमता के मुताबिक कम से कम 2000 जांच प्रतिदिन यहां होनी चाहिए। उन्होंने जिला कलक्टर डॉ. गावंडे और सीएमएचओ से कहा कि यदि किसी प्रकार की सुविधा या बजट की आवश्यकता हो तो अवगत कराएं लेकिन काम में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होने दें। सरदारशहर का जिक्र करते हुए कहा कि जहां कोविड-19 पॉजिटिव आने की प्रतिशतता ज्यादा है, वहां सैंपलिंग पर ज्यादा फ ोकस करें।

यह रहे मौजूद
समीक्षा बैठक में जनप्रतिनिधियों के अलावा जिला कलक्टर प्रदीप के गावंडे, एसपी परिस देशमुख, विधायक राजेंद्र राठौड, पूर्व बीसूका उपाध्यक्ष आसाराम सैनी, एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

…जब प्रभारी सचिव ने बात को संभाला
सरदारशहर सीएचसी पर 30 जून को आयोजित नसबंदी शिविर में महिला की मौत के मामले में राजेंद्र राठौड़ के कड़े तेवरों को भांपते हुए प्रभारी सचिव नीरज के. पवन ने अधिकारियों से मुखातिब होते हुए उन्हें ताकीद की कि इस मामले में जल्दी से जल्दी दोषियों पर कार्रवाई की जाए और जवाबदेही भी तय हो।

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