सुजानगढ़ को जिला नहीं बनाने पर लोगों का प्रदर्शन: बोबासर पुलिया पर धरना जारीचूरू. सुजानगढ़. जिला नहीं बनने से आक्रोशित लोगों का आंदोलन जोर पकडऩे लगा है। रविवार को शहर के चारों ओर से आने जाने के सारे रास्ते शांतिपूर्ण तरीके से बंद करा दिए गए। शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर बोबासर पुलिया पर जाम लगाया था, रविवार को किशनगढ़ हनुमानगढ़ मेगा हाईवे को तीन जगह से अवरुद्ध कर दिया गया। वहीं डीएसपी कार्यालय के सामने रास्ता बंद करने से जसवंतगढ़-लाडनूं का मार्ग अवरुद्ध हो गया। जनहित संघर्ष मोर्चा के संयोजक व शिक्षक नेता गुरुदेव गोदारा के अनुसार गुलेरिया तिराहे पर मेगा हाईवे जाम कर दिया गया जहां पर दीपक भास्कर धन्नाराम रणवा भंवरलाल पांडर, अमजद खान, सलीम खान, पार्षद बिलाल, आसिफ, चांद रतन छरग, मनवरखा राजधानी, वेद प्रकाश नाथ ने धरना दे रखा है। उधर, मुख्य धरना बोबासर पुलिया राष्ट्रीय राजमार्ग पर दूसरे दिन भी जारी रहा जहां पर टैंट लगाकर चाय नाश्ता भोजन पानी जैसी सुविधाएं आंदोलनकारियों के लिए की गई। मोर्चा अध्यक्ष एडवोकेट राम कुमार मेघवाल के अनुसार पार्षद सिराज खान आनंद मांड्या, पूर्व मंत्री खेमाराम मेघवाल, रामनारायण रूलानिया, विजय चौहान, खुशीराम चादरा ने कहा कि सन 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को ज्ञापन सौंपा था तब आश्वासन भी मिला लेकिन तब एक भी जिला नहीं बना था ।वक्ताओं ने जिला न बनने के लिए कमजोर राजनीतिक प्रतिनिधित्व का होना बताया। 4 दर्जन गांवों का आवागमन बंदगनोड़ा चौराहे पर मनसुख गोदारा व प्रकाश भार्गव के नेतृत्व में रविवार 10 बजे जाम लगाया गया। इस कारण 4 दर्जन गांवों का आवागमन ठप हो गया। डीएसपी रामप्रताप विश्नोई व एडीएम भागीरथ शाख ने बताया कि स्थिति से उच्च अधिकारियों को समय-समय पर अवगत कराया जा रहा है। रविवार को तारानगर डीएसपी ओपी गोदारा भी सुजानगढ़ पहुंच गए। जबकि 3 डीएसपी व एक एएसपी सहित करीब 180 जवानों का जाब्ता पहले से तैनात है। सभी रास्ते जाम की चपेट में आने से दूरदराज क्षेत्र से पहुंचे या आगे जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। बसों से उतर कर सामान व बच्चे कंधे व गोदी में लेकर पैदल चलते यात्रियों की पीड़ा सुनने या वैकल्पिक व्यवस्था न होने से जहां कई लोग रोने लगे वही कभी झड़प जैसी स्थिति भी बनती दिखी। मेगा हाईवे पर भारी वाहनों की लंबी कतारें लगी है। मुख्यमंत्री के दिल्ली से लौटने का इंतजारविधायक मनोज मेघवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली से जयपुर लौटने का इंतजार कर रहे हैं उनसे मिलकर 4 दर्जन स्थानीय कांग्रेस जन व जनप्रतिनिधि जिला बनाने का पक्ष मजबूती से रखेंगे। मेघवाल ने एक वीडियो जारी कर कहा कि मैं भी आमजन की भावनाओं के साथ हूं और जिला न बनने से दुखी भी हूं। कांग्रेसजनों में पूर्व प्रधान गणेश ढाका, सुरजाराम चौधरी, रतनगढ़ के प्रत्याशी रहे भंवरलाल पुजारी, विद्याधर बेनीवाल, पार्षद मोहम्मद इदरीश गौरी, उपसभापति अमित मारोठिया, राधेश्याम अग्रवाल, सुनील जैन सडूवाला, रफीक खींची पूर्व सभापति सिकंदर अली खिलजी, हनुमान मैया सहित अनेक सरपंच व पार्षद जयपुर में डेरा डाले हुए हैं। त्रिपाल मंडी के व्यवसायियों ने बंद रखे प्रतिष्ठानसुजानगढ़. सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर रविवार को प्रदेश भर में प्रसिद्ध त्रिपाल मंडी के व्यवसायियों का समर्थन मिला। सुजानगढ़ तिरपाल एसोसिएशन के सचिव रफीक खींची ने बताया कि त्रिपाल व्यवसायियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे व आगे भी आंदोलन में सहयोग करेंगे। इससे पहले त्रिपाल मंडी में भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र गुर्जर कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और व्यवसायियों से समर्थन मांगा। व्यवसायियों ने आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी की। नोखा-सीकर स्टेट हाइवे पर धरना, लगाया जाम बीदासर. सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग पूरी नहीं होने पर रविवार को दूसरे दिन भी लोगों का विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला। आक्रोशित लोगों ने पुराने बस स्टैंड स्थित नोखा-सीकर स्टेट हाईवे पर धरना देकर जाम लगा दिया। इस दौरान लोगों ने मुख्यमंत्री गहलोत और विधायक मनोज मेघवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर आक्रोश जताया तथा सुजानगढ़ को जिले का गौरव लौटाने की मांग करते हुए करिब तीन घंटे तक हाईवे को जाम रखा। जिससे चारों और वाहनों की लम्बी कतारें लग गई और यातायात प्रभावित रहा। सूचना पर एसडीएम रमेश कुमार, पुलिस उप अधीक्षक प्रहलाद राय, नायब तहसीलदार सुभाष छींपा, थानाधिकारी जगदीश ङ्क्षसह मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे और धरना-प्रदर्शन कर रहें लोगों से समझाइश कर रास्ता खुलवाया।
सुजानगढ़ को जिला नहीं बनाने पर लोगों का प्रदर्शन: बोबासर पुलिया पर धरना जारीचूरू. सुजानगढ़. जिला नहीं बनने से आक्रोशित लोगों का आंदोलन जोर पकडऩे लगा है। रविवार को शहर के चारों ओर से आने जाने के सारे रास्ते शांतिपूर्ण तरीके से बंद करा दिए गए। शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर बोबासर पुलिया पर जाम लगाया था, रविवार को किशनगढ़ हनुमानगढ़ मेगा हाईवे को तीन जगह से अवरुद्ध कर दिया गया। वहीं डीएसपी कार्यालय के सामने रास्ता बंद करने से जसवंतगढ़-लाडनूं का मार्ग अवरुद्ध हो गया। जनहित संघर्ष मोर्चा के संयोजक व शिक्षक नेता गुरुदेव गोदारा के अनुसार गुलेरिया तिराहे पर मेगा हाईवे जाम कर दिया गया जहां पर दीपक भास्कर धन्नाराम रणवा भंवरलाल पांडर, अमजद खान, सलीम खान, पार्षद बिलाल, आसिफ, चांद रतन छरग, मनवरखा राजधानी, वेद प्रकाश नाथ ने धरना दे रखा है। उधर, मुख्य धरना बोबासर पुलिया राष्ट्रीय राजमार्ग पर दूसरे दिन भी जारी रहा जहां पर टैंट लगाकर चाय नाश्ता भोजन पानी जैसी सुविधाएं आंदोलनकारियों के लिए की गई। मोर्चा अध्यक्ष एडवोकेट राम कुमार मेघवाल के अनुसार पार्षद सिराज खान आनंद मांड्या, पूर्व मंत्री खेमाराम मेघवाल, रामनारायण रूलानिया, विजय चौहान, खुशीराम चादरा ने कहा कि सन 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को ज्ञापन सौंपा था तब आश्वासन भी मिला लेकिन तब एक भी जिला नहीं बना था ।वक्ताओं ने जिला न बनने के लिए कमजोर राजनीतिक प्रतिनिधित्व का होना बताया। 4 दर्जन गांवों का आवागमन बंदगनोड़ा चौराहे पर मनसुख गोदारा व प्रकाश भार्गव के नेतृत्व में रविवार 10 बजे जाम लगाया गया। इस कारण 4 दर्जन गांवों का आवागमन ठप हो गया। डीएसपी रामप्रताप विश्नोई व एडीएम भागीरथ शाख ने बताया कि स्थिति से उच्च अधिकारियों को समय-समय पर अवगत कराया जा रहा है। रविवार को तारानगर डीएसपी ओपी गोदारा भी सुजानगढ़ पहुंच गए। जबकि 3 डीएसपी व एक एएसपी सहित करीब 180 जवानों का जाब्ता पहले से तैनात है। सभी रास्ते जाम की चपेट में आने से दूरदराज क्षेत्र से पहुंचे या आगे जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। बसों से उतर कर सामान व बच्चे कंधे व गोदी में लेकर पैदल चलते यात्रियों की पीड़ा सुनने या वैकल्पिक व्यवस्था न होने से जहां कई लोग रोने लगे वही कभी झड़प जैसी स्थिति भी बनती दिखी। मेगा हाईवे पर भारी वाहनों की लंबी कतारें लगी है। मुख्यमंत्री के दिल्ली से लौटने का इंतजारविधायक मनोज मेघवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली से जयपुर लौटने का इंतजार कर रहे हैं उनसे मिलकर 4 दर्जन स्थानीय कांग्रेस जन व जनप्रतिनिधि जिला बनाने का पक्ष मजबूती से रखेंगे। मेघवाल ने एक वीडियो जारी कर कहा कि मैं भी आमजन की भावनाओं के साथ हूं और जिला न बनने से दुखी भी हूं। कांग्रेसजनों में पूर्व प्रधान गणेश ढाका, सुरजाराम चौधरी, रतनगढ़ के प्रत्याशी रहे भंवरलाल पुजारी, विद्याधर बेनीवाल, पार्षद मोहम्मद इदरीश गौरी, उपसभापति अमित मारोठिया, राधेश्याम अग्रवाल, सुनील जैन सडूवाला, रफीक खींची पूर्व सभापति सिकंदर अली खिलजी, हनुमान मैया सहित अनेक सरपंच व पार्षद जयपुर में डेरा डाले हुए हैं। त्रिपाल मंडी के व्यवसायियों ने बंद रखे प्रतिष्ठानसुजानगढ़. सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर रविवार को प्रदेश भर में प्रसिद्ध त्रिपाल मंडी के व्यवसायियों का समर्थन मिला। सुजानगढ़ तिरपाल एसोसिएशन के सचिव रफीक खींची ने बताया कि त्रिपाल व्यवसायियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे व आगे भी आंदोलन में सहयोग करेंगे। इससे पहले त्रिपाल मंडी में भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र गुर्जर कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और व्यवसायियों से समर्थन मांगा। व्यवसायियों ने आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी की। नोखा-सीकर स्टेट हाइवे पर धरना, लगाया जाम बीदासर. सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग पूरी नहीं होने पर रविवार को दूसरे दिन भी लोगों का विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला। आक्रोशित लोगों ने पुराने बस स्टैंड स्थित नोखा-सीकर स्टेट हाईवे पर धरना देकर जाम लगा दिया। इस दौरान लोगों ने मुख्यमंत्री गहलोत और विधायक मनोज मेघवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर आक्रोश जताया तथा सुजानगढ़ को जिले का गौरव लौटाने की मांग करते हुए करिब तीन घंटे तक हाईवे को जाम रखा। जिससे चारों और वाहनों की लम्बी कतारें लग गई और यातायात प्रभावित रहा। सूचना पर एसडीएम रमेश कुमार, पुलिस उप अधीक्षक प्रहलाद राय, नायब तहसीलदार सुभाष छींपा, थानाधिकारी जगदीश ङ्क्षसह मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे और धरना-प्रदर्शन कर रहें लोगों से समझाइश कर रास्ता खुलवाया।