गेट पर चढ़कर अंदर जाने का प्रयास, किसानों व पुलिस के बीच गर्मा-गर्मीअखिल भारतीय किसान सभा का कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन: खरीफ 2021 का क्लेम क्रॉप cutting के आधार पर देने की मांगप्रशासन ने किसानों से वार्ता करनी चाही लेकिन कोई बात नहीं बनी और वार्ता विफल हो गईचूरू. अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में गुरुवार को चूरू कलक्ट्रेट पर खरीफ 2021 का क्लेम क्रॉप कङ्क्षटग के आधार पर देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में जिलेभर से किसान शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान किसानों व पुलिस के बीच झड़प भी हुई। आक्रोशित किसानों ने पहले आम सभा की। जिसमें किसान सभा के प्रदेश में महामंत्री छगनलाल चौधरी ने बताया कि बीमा क्रॉप cutting के आधार पर लेंगे। सरकाए व बीमा कम्पनी कुछ भी कर ले किसान आंदोलन के दम पर बीमा लेकर रहेंगे। जिला अध्यक्ष इंद्राजङ्क्षसह ने कहा कि चूरू जिले में एकजुटता के साथ किसान लड़ेगा। बकाया बीमा क्लेम को लेकर 181 पटवार मण्डलों पर क्रॉप कङ्क्षटग के आधार पर बीमा ना देना गलत है। जिला मंत्री उमरावङ्क्षसह ने कहा कि लड़ाई तेज करेंगे। 3 मार्च को तारानगर में सभा होगी। 24 को सरदारशहर में किसान प्रदर्शन करेंगे। राज्य कमेटी सदस्य सुनील पूनिया ने बताया कि बीमा व नहर की मांग को लेकर राजगढ़ के किसान एक माह से ऊपर किसान पडाव डाले बैठा है, लेकिन किसी न इसकी सुध नहीं ली है। तहसील उपाध्यक्ष रामकृष्ण छिम्पा ने बताया कि बीमा सहित विभिन मांगों को लेकर आंदोलन को तेज करेंगे। भारतीय किसान यूनियन चुरू के जिलाध्यक्ष रामरतन सिहाग ने बताया कि किसान जातियों के खांचों से बाहर निकल कर एकता के साथ अपनी पेट की लडाई लडऩे के लिए हर समय तैयार रहे तभी सरकारें किसानों की माँगो को मानने के लिए बाध्य है । आज अध्यक्षता तहसील अध्यक्ष रणङ्क्षसह भाम्भू ने की। सभा को दीपाराम प्रजापत, डॉक्टर राहुल कस्वा, मानङ्क्षसह, गुमानाराम मांझू आदि ने संबोधित किया। सभा के बाद आक्रोशित किसान कलक्ट्रेट में घुसने का प्रयास किया लेकिन मौेके पर तैनात भारी जाब्ते ने उन्हे रोक लिया। इससे किसान और अधिक आक्रोशित हो गए और जमकर नारे लगाने लगे। पुलिस दरवाजे पर काफी संख्या में तैनात रही। इस दौरान किसान गेट पर चढ़कर अंदर जाने का प्रयास किया। जिसके कारण पुलिस व किसानों के बीच गर्मागर्मी हो गई। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। बाद में प्रशासन ने किसानों से वार्ता करनी चाही लेकिन कोई बात नहीं बनी और वार्ता विफल हो गई। विभिन्न मांगों को लेकर किसान सभा की रैली व प्रदर्शनसरदारशहर. विभिन्न मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा की ओर से शुक्रवार को सुबह विशाल रैली व प्रदर्शन किया जाएगा। रैली सुबह साढे 11 बजे ताल मैदान से शुरू होगी। जो मुख्य मार्गो से होती हुई गांधी चौक पहुंचेगी। जहां पर प्रदर्शन एवं आम सभा का आयोजन किया जाएगा। किसान सभा के राज्य महामंत्री छगनलाल चौधरी ने बताया कि किसानों की फसलों, दुग्ध और सब्जियों की लागत का डेढ़ गुना भाव देने, खरीफ 2021 का कृषि बीमा क्लेम क्रॉप कङ्क्षटग से देने, खरीफ 2022 का कृषि बीमा क्लेम देने, 2017 से बकाया रहे किसानों का कृषि बीमा क्लेम तुरंत देने, कृषि कुओं को 6 घंटे उचित वोल्टेज में बिजली देने, गांवो और ढाणियों में घरेलू बिजली 24 घंटे देने, पाले से नष्ट फसलों का मुआवजा देने, गांव में आबादी भूमि का विस्तार करके पट्टे देने, नरेगा में 200 दिन काम 600 रूपया दैनिक मजदूरी देने, किसानों को कर्ज मुक्त करने, तहसील के नहर के काटे गए रकबे को वापिस जोडऩे, किसानों, मजदूरों को मासिक 500 रुपए पेंशन देने आदि मांगों को लेकर सरकार एवं प्रशासन का अनेक बार ध्यान आकर्षित कराया गया।
गेट पर चढ़कर अंदर जाने का प्रयास, किसानों व पुलिस के बीच गर्मा-गर्मीअखिल भारतीय किसान सभा का कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन: खरीफ 2021 का क्लेम क्रॉप cutting के आधार पर देने की मांगप्रशासन ने किसानों से वार्ता करनी चाही लेकिन कोई बात नहीं बनी और वार्ता विफल हो गईचूरू. अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में गुरुवार को चूरू कलक्ट्रेट पर खरीफ 2021 का क्लेम क्रॉप कङ्क्षटग के आधार पर देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में जिलेभर से किसान शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान किसानों व पुलिस के बीच झड़प भी हुई। आक्रोशित किसानों ने पहले आम सभा की। जिसमें किसान सभा के प्रदेश में महामंत्री छगनलाल चौधरी ने बताया कि बीमा क्रॉप cutting के आधार पर लेंगे। सरकाए व बीमा कम्पनी कुछ भी कर ले किसान आंदोलन के दम पर बीमा लेकर रहेंगे। जिला अध्यक्ष इंद्राजङ्क्षसह ने कहा कि चूरू जिले में एकजुटता के साथ किसान लड़ेगा। बकाया बीमा क्लेम को लेकर 181 पटवार मण्डलों पर क्रॉप कङ्क्षटग के आधार पर बीमा ना देना गलत है। जिला मंत्री उमरावङ्क्षसह ने कहा कि लड़ाई तेज करेंगे। 3 मार्च को तारानगर में सभा होगी। 24 को सरदारशहर में किसान प्रदर्शन करेंगे। राज्य कमेटी सदस्य सुनील पूनिया ने बताया कि बीमा व नहर की मांग को लेकर राजगढ़ के किसान एक माह से ऊपर किसान पडाव डाले बैठा है, लेकिन किसी न इसकी सुध नहीं ली है। तहसील उपाध्यक्ष रामकृष्ण छिम्पा ने बताया कि बीमा सहित विभिन मांगों को लेकर आंदोलन को तेज करेंगे। भारतीय किसान यूनियन चुरू के जिलाध्यक्ष रामरतन सिहाग ने बताया कि किसान जातियों के खांचों से बाहर निकल कर एकता के साथ अपनी पेट की लडाई लडऩे के लिए हर समय तैयार रहे तभी सरकारें किसानों की माँगो को मानने के लिए बाध्य है । आज अध्यक्षता तहसील अध्यक्ष रणङ्क्षसह भाम्भू ने की। सभा को दीपाराम प्रजापत, डॉक्टर राहुल कस्वा, मानङ्क्षसह, गुमानाराम मांझू आदि ने संबोधित किया। सभा के बाद आक्रोशित किसान कलक्ट्रेट में घुसने का प्रयास किया लेकिन मौेके पर तैनात भारी जाब्ते ने उन्हे रोक लिया। इससे किसान और अधिक आक्रोशित हो गए और जमकर नारे लगाने लगे। पुलिस दरवाजे पर काफी संख्या में तैनात रही। इस दौरान किसान गेट पर चढ़कर अंदर जाने का प्रयास किया। जिसके कारण पुलिस व किसानों के बीच गर्मागर्मी हो गई। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। बाद में प्रशासन ने किसानों से वार्ता करनी चाही लेकिन कोई बात नहीं बनी और वार्ता विफल हो गई। विभिन्न मांगों को लेकर किसान सभा की रैली व प्रदर्शनसरदारशहर. विभिन्न मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा की ओर से शुक्रवार को सुबह विशाल रैली व प्रदर्शन किया जाएगा। रैली सुबह साढे 11 बजे ताल मैदान से शुरू होगी। जो मुख्य मार्गो से होती हुई गांधी चौक पहुंचेगी। जहां पर प्रदर्शन एवं आम सभा का आयोजन किया जाएगा। किसान सभा के राज्य महामंत्री छगनलाल चौधरी ने बताया कि किसानों की फसलों, दुग्ध और सब्जियों की लागत का डेढ़ गुना भाव देने, खरीफ 2021 का कृषि बीमा क्लेम क्रॉप कङ्क्षटग से देने, खरीफ 2022 का कृषि बीमा क्लेम देने, 2017 से बकाया रहे किसानों का कृषि बीमा क्लेम तुरंत देने, कृषि कुओं को 6 घंटे उचित वोल्टेज में बिजली देने, गांवो और ढाणियों में घरेलू बिजली 24 घंटे देने, पाले से नष्ट फसलों का मुआवजा देने, गांव में आबादी भूमि का विस्तार करके पट्टे देने, नरेगा में 200 दिन काम 600 रूपया दैनिक मजदूरी देने, किसानों को कर्ज मुक्त करने, तहसील के नहर के काटे गए रकबे को वापिस जोडऩे, किसानों, मजदूरों को मासिक 500 रुपए पेंशन देने आदि मांगों को लेकर सरकार एवं प्रशासन का अनेक बार ध्यान आकर्षित कराया गया।