निगम के अधिकारियों ने बताया कि जिले में वर्तमान में 75 लाख यूनिट की आवश्यकता है, लेकिन फिलहाल केवल 60 लाख यूनिट प्रतिदिन की मिल रही है। पूरी बिजली नहीं मिलने से कटौती की समस्या फिलहाल है। निगम के अधिकारियों की माने तो जिले में 435 ऐसे घरेलू उपभोक्ता है, जिन्होंने सोलर प्लांट लगा रखे हैं। इन सोलर प्लांट से प्रतिदिन केवल 50 हजार यूनिट ही जनरेट हो पा रही है, जो कि काफी कम है। ऐसे में सोलर प्लांट लगाने के बावजूद भी आपूर्ति पूरी करने के लिए बिजली का उपयोग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि घरों में सोलर पैनल लगाने के लिए निगम कार्यालय में फिलहाल एक भी फाइल लम्बित नहीं है।
पोर्टल बंद होने से अटके आवेदन उद्यानिकी विभाग की माने तो जिले में कृषकों को सोलर प्लांट लगाने के लिए 31 मार्च तक जिले में कुल 2750 का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें सामान्य के लिए 1880, एससी के लिए 800 व एसटी के लिए 70 का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें से सामान्य वर्ग को 1085, एससी के 81 व एसटी के लिए केवल 8 आवेदन प्राप्त हुए हैं। विभाग के अधिकारियों की माने तो फिलहाल पोर्टल बंद होने के कारण किसानों के आवेदन अटके हुए हैं। विभाग के अधिकारियों की माने तो जिले में एससी व एसटी वर्ग के पास खेती की जमीन कम होने के कारण सोलर प्लांट के आवेदन नहीं कर पाते।