चुरूPublished: Sep 21, 2021 10:35:08 am
Madhusudan Sharma
गांव धीरवासबड़ा में सोमवार को राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं और ग्रामीणों ने स्कूल को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में बदलने का विरोध जताया।
स्कूल अंग्रेजी माध्यम में बदलने का विरोध, दिया धरना
साहवा. गांव धीरवासबड़ा में सोमवार को राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं और ग्रामीणों ने स्कूल को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में बदलने का विरोध जताया। सोमवार को शिक्षा विभाग के इस निर्णय का विरोध कर रही छात्राओं, अभिभावकों व ग्रामीणो ने विद्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। नव सर्जित महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यायल को गांव में अन्य जगह पर संचालित करने का मांग की। छात्राओं ने बताया कि शिक्षा विभाग को बेटी पढाओ के नारे की सार्थकता को बनाए रखने के लिए गांव के एक मात्र बालिका विद्यालय को हिन्दी माध्यम से ही यथावत संचालित किया जाना चाहिए। इस मौके पर महावीर भाम्भू, दीपचन्द ख्यालियां, धर्मपाल तेतरवाल, विनोद भाम्भू, जयवीर गोदारा आदि मौजूद थे। ज्ञात रहे इसी प्रकार गत दिनों साहवा के श्रीमती गीता देवी लमोरिया राजकीय बालिका उमावि की छात्राओं ने भी अपने विद्यालय को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में बदले जाने का विरोध करते हुए सांकेतिक आंदोलन किया था।
महिला का परीक्षा केन्द्र दे दिया गृह जिले से बाहर
साहवा. राज्य में 26 सितम्बर को हाने वाली रीट की परीक्षा के लिए एकल महिला का परीक्षा केन्द्र गृह जिले से काफी दूर बांसवाड़ा में कर दिया गया। इससे महिला व उसके परिजन चिंतित हैं। महिला ने वरीयता के अनुसार गृह जिले मेंं परीक्षा केन्द्र आवंटन करने की मांग की है। परीक्षार्थी सुमन ऐचरा के पिता लीलाधर ऐचरा ने बताया कि उसकी पुत्री ने रीट परीक्षा के लिए आवेदन में वरीयता के तहत गृह जिले चूरू में परीक्षा केन्द्र के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसका परीक्षा केन्द्र फूलकंवर राजकीय बालिका उमावि गरहई जिला बांसवाड़ा आवंटित कर दिया गया। इसके चलते एकल महिला को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।अत: उन्होंने प्रशासन से गृह जिले में परीक्षा केन्द्र आवंटन की मांग की है।