चुरू

2023 तक होगा रेलवे विधुतीकरण, समय में होगी कटौती

वर्ष 2023 जिले के लिए खास रहेगा। सफर आसान होगा और बिजली से चलने वाली ट्रेन में सफर का आनंद ले सकेंगे।

चुरूJan 19, 2022 / 05:53 pm

Madhusudan Sharma

2023 तक होगा रेलवे विधुतीकरण, समय में होगी कटौती

चूरू. वर्ष 2023 जिले के लिए खास रहेगा। सफर आसान होगा और बिजली से चलने वाली ट्रेन में सफर का आनंद ले सकेंगे। उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2021-22 में रेल संचालन के लिए 305 किलोमीटर ब्रॉडगेज लाइनों का विद्युतीकरण कार्य पूरा कर लिया है। रेलवे की ओर से 2023 तक सभी रेल लाइनों के विद्युतीकरण का लक्ष्य है। अब तक कुल 2489 किलोमीटर विद्युतीकरण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि रेल विद्युतीकरण कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। इस रेलवे पर विद्युतीकरण कार्य को विगत वर्षों के बजट में प्राथमिकता प्रदान की गई है। सम्पूर्ण उत्तर पश्चिम रेलवे पर विद्युतीकरण का कार्य स्वीकृत हो गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2021-22 में 15 जनवरी तक 305 किलोमीटर रेलखण्ड के विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है। उत्तर पश्चिम रेलवे के रेलखण्ड रेवाड़ी-अजमेर वाया फुलेरा तथा रेवाड़ी-अजमेर वाया जयपुर से पालनपुर होते हुए अहमदाबाद तक इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर यात्री रेलसेवाओं का संचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही अजमेर से उदयपुर मार्ग का भी विद्युतीकरण कार्य पूर्ण हो गया है तथा राजस्थान के प्रमुख पर्यटक स्थल उदयपुर का जुडाव अजमेर, जयपुर तथा दिल्ली से इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन से सम्पर्क स्थापित हो गया है। इस वर्ष अजमेर-दौराई, ब्यावर-गुडिय़ा, मदार-बाईपास-आदर्शनगर, नोहर-हनुमानगढ, चूरू-रतनगढ एवं रींगस-सीकर-झुझुंनू रेलखण्ड का विद्युतीकरण पूर्ण किया है। इसके अतिरिक्त फुलेरा-जोधपुर व हनुमानगढ-श्रीगंगानगर रेलमार्ग के विद्युतीकरण का कार्य प्रारम्भ कर वर्ष 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा है। सस्ती दर पर बिजली खरीद के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे के राजस्थान में 6 ट्रेक्शन सब स्टेशनों (राजगढ, रींगस, किशनगढ, बर, खिमेल एवं नावां) एवं गुजरात में श्रीअमीरगढ ट्रेक्शन सब स्टेशन पर पावर सप्लाई ओपन एक्सेस के माध्यम से खरीदी जा रही है।
700 करोड़ की है परियोजना
700 करोड़ की सीआरएस परियोजना के तहत बिजली की लाइनें बिछ जाएंगी। इस परियोजना से राजलदेसर व बीकानेर – सरदारशहर को भी जोड़ दिया जाएगा। विभाग का प्रयास है कि जनवरी 2022 में दिल्ली-बीकानेर रूट पर बिजली की ट्रेंने चलें।
रेल विद्युतीकरण से फायदे होते है-
-डीजल इंजन के धुएं से होने वाले प्रदुषण से मुक्ति
– विद्युत इंजनों की लोड क्षमता अधिक होने के कारण अधिक भार वहन
– अधिक ट्रेनों का संचालन संभव
– ईंधन आयात पर निर्भरता में कमी
– इलेक्ट्रीक गाडियों की परम्परागत गाडियों से इसकी गति अधिक होती है।
– डीजल की अपेक्षा बिजली की लागत कम होने से राजस्व की बचत

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