scriptराठौड़ का जनाधार खिसका, पार्टी में भी जगह नहीं बची | Rathod's support base slipped, there was no place left in the party | Patrika News

राठौड़ का जनाधार खिसका, पार्टी में भी जगह नहीं बची

locationचुरूPublished: Jun 18, 2021 10:43:31 am

Submitted by:

Madhusudan Sharma

चूरू चौपाटी के लोकार्पण को लेकर कांग्रेस और भाजपा इन दिनों आमने-सामने हैं। चौपाटी के लोकार्पण को लेकर दोनों ही दलों के नेताओं ने प्रतिष्ठा का सवाल बना रखा है।

राठौड़ का जनाधार खिसका, पार्टी में भी जगह नहीं बची

राठौड़ का जनाधार खिसका, पार्टी में भी जगह नहीं बची

चूरू. चूरू चौपाटी के लोकार्पण को लेकर कांग्रेस और भाजपा इन दिनों आमने-सामने हैं। चौपाटी के लोकार्पण को लेकर दोनों ही दलों के नेताओं ने प्रतिष्ठा का सवाल बना रखा है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ की ओर से लोकार्पण किए जाने के बाद अब कांग्रेस भी मुखर होकर सामने आ गई है। कांग्रेस नेता रफीक मंडेलिया ने कहा कि राठौड़ का जनाधार खिसकता जा रहा है और पार्टी में भी इनकी कोई जगह नहीं बची है। ऐसे में बौखला कर औछी हरकतें करने पर तुले हैं। उन्होंने कहा कि चूरू चौपाटी का शिलान्यास अपरिहार्य कारणों के कारण स्थगित किया गया है। इसमें मेरा नाम बेवजह घसीटने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि वे चाहते थे कि यहां मुख्यमंत्री व स्वायत्ता शासन मंत्री आकर इसका लोकार्पण करें ताकि क्षेत्र में और कार्यों की घोषणा करवाई जा सके, लेकिन विकास की बात भाजपा के गले नहीं उतरती है। आखिर राठौड़ को इसका लोकार्पण करने की इतनी भी जल्दबाजी क्यों थी। प्रेसवार्ता में कांग्रेस नेता गोविंद महनसरिया, मोहम्मद हुसैन निर्बाण, आदूराम न्यौल, रमजान खान, अबरान खान आदि मंच पर मौजूद थे। मंडेलिया ने कहा कि राठौड़ के मुंह से ये बात अच्छी नहीं लगती है कि मंडेलिया ने कुछ नहीं किया। मैने अपनी जेब से विकास में इतना रूपया खर्च किया है जितना राठौड़ अपने विधायक फंड से भी खर्च नहीं कर सकते। राजनीतिक भेदभाव करने की राठौड़ की आदत रही है।
हम पर प्रोटोकॉल तोडऩे के आरोप, खुद क्या किया
मंडेलिया ने पत्रकारों को बताया कि उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ दूसरों को प्रोटोकॉल की नसीहत देते हैं। लेकिन खुद ने क्या किया। ये भी तो जनता को जानना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में शुरू कार्यों का लोकार्पण राठौड़ ने किया है। इनमें खुद के साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं के नाम शिलालेख पर है। क्या इनका ये प्रोटोकॉल है। चूरू के सांसद राहुल कस्वा का नाम शिलापटट पर नहीं लिखवाया। ये कौनसा प्रोटोकॉल है। जरा इसका जवाब दें।
भाजपा का विकास विरोधी चेहरा सामने आया
मंडेलिया ने पत्रकारों से कहा कि सीवरेज कार्य लाने में राठौड़ का कोई योगदान नहीं है। ये तो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के शासन में तत्कालीन विधायक मकबूल मंडेलिया के कार्यकाल में कार्य करवाया गया था। इस कार्य को लेट करवाने का काम भाजपा ने जरूर किया है। इसलिए राठौड़ आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबां में झांककर देखें। सरकार के दो साल के पीरियड में विकास कार्य कम हुए हैं। ये बात सच है लेकिन कोरोनाकाल के कारण परेशानी बनी। लेकिन यही बात भाजपा वाले से पूछना चाहूंगा कि केन्द्र सरकार ने ढाई साल में क्या है।
सभापति बोलीं, २१ को यदि ताला तोड़ा तो कानूनी कार्रवाई होगी
प्रेस वार्ता में सभापति पायल सैनी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि चूरू चौपाटी जनता के लिए हैं। इसका विधिवत लोकार्पण किया जाएगा। यदि किसी ने २१ जून को किसी ने भी ताला तोड़कर प्रवेश करने की कोशिश की तो उन पर नियमानुसार जो कार्रवाई होती है। उसके लिए तैयार रहना होगा। चाहे ऐसा कृत्य करने वाले कोई भी हो। सैनी ने कहा कि नगरपरिषद को नरक परिषद कहने वाले विधायक को सोचना चाहिए कि वे इस प्रकार की भाषा का इश्तेमाल कर जनता के सामने क्या साबित करना चाहते हैं। आने वाले समय में जनता उनको माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि वे दूसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं। लेकिन वे पूर्व नगरपरिषद बोर्ड द्वारा कितना भ्रष्टाचार किया गया। इस पर ध्यान नहीं देते हैं। ये विधायक राठौड़ के समय में ही हुआ है।

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