अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सांवरमल गहनोलिया ने बताया कि जिले के लिए कुल 22 फ्लैक्स बोर्ड बनाए गए हैं। इसमें से एक-एक सभी नोडल केन्द्रों पर और जिला मुख्यालय पर शिक्षा विभाग के कार्यालयों पर लगाएं जाएंगे ताकि आने जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति, अधिकारियों और अभिभावकों की इन पर नजर पड़े। इसके पम्पलेट छपवाकर भी घर-घर अखबार के माध्यम से बंटवाए गए हैं।
बोर्ड में राजकीय विद्यालयों के बोर्ड परीक्षा परिणाम का उल्लेख किया गया है। संकायवार प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी, सौ प्रतिशत परिणाम देने वाले विद्यालयों की संख्या का उल्लेख किया है। परिणाम के मामले में कला संकाय में चूरू राज्य में चौथे और दसवीं में राजस्थान में आठवें स्थान पर है। उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर महावीरसिंह पूनिया ने बताया कि यह परिणाम शिक्षकों की मेहनत से आया है। इसे बरकरार रखा जाएगा।
सुविधाओं की भी जानकारी -उच्च प्राथमिक स्तर तक निशुल्क शिक्षा एवं कक्षा प्रथम से उमावि तक निशुल्क पुस्तकें -उच्चतम योग्यताधारी शिक्षकों की ओर से अध्यापन कार्य -स्वच्छ, हराभरा परिवेश, सुसज्जित हवादार, फर्नीचर की सुविधा
-एससी, एसटी, ओबीसी, एसबीसी एवं अन्य छात्रवृत्तियां, लेपटॉप स्कूटी, साइकिल तथा ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना -सुसज्जित आईसीटी कम्प्यूटर लैब में अध्ययन – कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों का गुणवत्तायुक्त पोषाहार -आत्मरक्षा के प्रशिक्षण, विकलांग छात्रों के देय भत्ते
-जिले में 26 विद्यालयों में स्मार्ट क्लासों में अध्ययन की सुविधा -विद्यालयों में स्काउट, एनसीसी, एनएसएस, एपीसी से विद्यार्थियों का विकास