scriptझमाझम बारिश से रास्ते, गलियां जलमग्न | Roads, streets submerged by torrential rain | Patrika News

झमाझम बारिश से रास्ते, गलियां जलमग्न

locationचुरूPublished: Sep 15, 2021 10:21:51 am

Submitted by:

Madhusudan Sharma

शहर में मंगलवार को लगातार पांचवें दिन मेघों की मेहर बरसी। सुबह के समय बादल छाए रहे लेकिन दोपहर में कुछ देर के लिए धूप निकली।

झमाझम बारिश से रास्ते, गलियां जलमग्न

झमाझम बारिश से रास्ते, गलियां जलमग्न

चूरू. शहर में मंगलवार को लगातार पांचवें दिन मेघों की मेहर बरसी। सुबह के समय बादल छाए रहे लेकिन दोपहर में कुछ देर के लिए धूप निकली। करीब दो बजे रिमझिम बारिश का दौर चला, जो कि करीब आधा घंटे जारी रहा। इसके बाद बादलों की आवाजाही रही। शहर के कई क्षेत्रों में जमा पानी के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
सुजानगढ़. भादो माह में रोजाना हो रही रिमझिम बारिश से जहां शहर के बाजारो व गलियो में कीचड़ व पानी भराव से आमजन को परेशानी हो रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रो में फसलो को फायदा हो रहा है। ग्रामीण अब हो रही बारिश से खुश नजर आ रहे है। तहसील कार्यालय के भू अभिलेख निरीक्षक असलमखां के अनुसार 20 एमएम बारिश दर्ज की गई।
तारानगर. क्षेत्र में मंगलवार डेढ़ बजे करीब आधा घंटा तक झमाझम बारिश हुई। बारिश के बाद राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के आगे, रोडवेज बस स्टैंड मार्ग, अम्बेडकर सर्किल, सात्यूं बस स्टैंड व अन्य स्थानों पर पानी भर गया। जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ी। बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।
बीदासर. कस्बे में दोपहर एक बजे बाद आधे घंटे तक झमाझम बरसात हुई। एक बार बरसात को दौर रुकने के बाद 4 बजे बाद फि र बरसात का दौर शुरू हुआ। आधे घण्टे तक झमाझम बरसात हुई। कस्बे के मार्ग बरसाती पानी से अवरूद्ध हो गए। बरसाती पानी ने सड़कों पर दरिया को रूप ले लिया। चौरडिय़ा मार्ग, पालिका मार्ग, मण्डी बाजार सहित अनेक स्थानों पर बरसाती पानी भर गया। बैंक ऑफ बड़ौदा रोड व पालिका मार्ग पर कई घरों में बरसाती पानी घुस गया। हालांकि बारिश से मौसम सुहावना हो गया।
ग्राम पंचायत ख्याली में मकान क्षतिग्रस्त
सादुलपुर. ग्राम पंचायत ख्याली में अधिक बारिश के कारण एक व्यक्ति का मकान क्षतिग्रस्त हो गया। इस सम्बंध में सरपंच भाल सिंह ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बताया कि गांव का ही रोहिताश धानक का एक मात्र मकान था,जो अधिक बारिश के कारण गिर गया। रोहिताश व उसका परिवार नीले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर हो गया। ज्ञापन में बताया कि हाल यह है कि सोने और रहने की बात दूर,खाना बनाने के लिए भी सुरक्षित जगह नही है। उन्होंने पीडि़त को राहत प्रदान करने की मांग की है।

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