सरदारशहर. राजस्थान रोड़वेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर गुरुवार को रोड़वेज डिपों के आगे दो दिवसीय धरना शुरू हुआ। रोड़वेजकर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने बताया कि भाजपा सरकार के लिखित समझौते व वर्तमान सरकार के आश्वासन के बाद भी आज तक मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया। जिसके कारण प्रदेश के रोड़वेजकर्मियों में भारी रोष व्याप्त है। संगठन के सह संयोजक बाबू खां ने बताया कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सभी प्रकार का भुगतान करने, 1500 नई बसे खरीदने, सातवां वेतनमान लागू करने, कर्मचारियों की नई भर्ती खोलने, समय पर वेतन व पेंशन देने आदि मांगों को लेकर धरना दिया गया है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि शीघ्र मांगों पर विचार नहीं किया गया तो 17 अक्टूबर को टोंक में रैली व 23 अक्टूबर को एक घण्टे का कार्य का बहिष्कार किया जाएगा। इस अवसर पर संगठन के सचिव गणेशदास स्वामी, ओमप्रकाश माली, बनवारीलाल शर्मा ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर संजय कुमार, रामचन्द्र माली, घनश्याम गौड़, इकबाल खां, खुर्शिद खां, पप्पूराम, करणीसिंह, नेताराम स्वामी, अनिल सैन, सिराजुदीन, धर्मवीर गुर्जर, भागीरथ जाखड़, जसवन्त बेनीवाल, रणजीत सारण, ओमप्रकाश स्वामी, परमेश्वरलाल जाट, रफीक मोहम्मद, रामचन्द्र दर्जी, सानुश कुमार, शिवलाल जाखड़, धर्मसिंह माली, तेजसिंह, मांगीलाल, भंवरलाल बेनीवाल आदि कर्मचारी धरने पर बैठे।