चुरूPublished: Aug 04, 2021 03:30:49 pm
Madhusudan Sharma
जोहड़ पायतन की जमीन से अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई के तहत बिजली पानी के कनेक्शन काटने आए अधिकरियों को ग्रामीणों के विरोध के चलते बैरंग लौैटना पड़ा।
ग्रामीणों का विरोध देख बैरंग लौटा प्रशासन
साहवा. जोहड़ पायतन की जमीन से अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई के तहत बिजली पानी के कनेक्शन काटने आए अधिकरियों को ग्रामीणों के विरोध के चलते बैरंग लौैटना पड़ा। राजस्थान हाई कोर्ट के आदेशों की पालना में साहवा के जोहड़ पायतन की जमीन पर वर्षों पुराने अतिक्रमण को हटाने के लिए शुरू की गई कार्रवाई के तहत सोमवार दोपहर बाद लोगों ने 7 अगस्त तक कनेक्शन नहीं हटाने की मांग की थी। इसके चलते मंगलवार को तेजपाल गोठवाल तहसीलदार तारानगर, अनोप गोड़ एईएन, ओमप्रकाश जेईएन बिजली विभाग साहवा, राजेन्द्रसिंह बागोरिया जेईएन जलदाय विभाग साहवा, रामनारायण एएसआई, हनुमानसिंह हैड कांस्टेबल, विक्रमसिंह हैड कांस्टेबल, शिवभगवान हैड कांस्टेबल समेत पुलिस बल के मौके पर पहुंचा। वहां बिजली-पानी के कनेक्शन कटवाने लगे तो लोगोंं ने विरोध किया। देखते ही देखते वहां महिलाओ, बच्चों आदि की भीड़ जमा हो गई और विरोध जताया। अधिकारियों को टीम के साथ वहां से बैरंग लौटना पड़ा। इस मामले में गत वर्ष राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर से इन अतिक्रमकारियों ने अपने वकील मोतीसिंह के माध्यम से अपील कर राजस्थान सरकार से पुनर्वास की मांग दोहराई थी, इस पर कोर्ट ने लैण्डलैस अतिक्रमणकारियों का पुनर्वास करवाने से पहले कब्जे नहीं हटवाने के आदेश दिए थे। इस पर राजस्व विभाग ने तहसीलदार के माध्यम से इस मामले से प्रभावित होने वाले लैण्डलैस लोगों की सूची मांगी थी और हल्का पटवारी से जांच करवाकर 284 लोगों में से केवल 9 लोगों को लैण्डलैस मानते हुए रिपोर्ट हाईकोर्ट को भिजवाई थी। अन्य लोगों ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए सोमवार को पुन: हाईकोर्ट मे चुनौती देने के लिए वकील को कागजात सौंपे। यदि समय रहते कार्ट से राहत नहीं मिली तो 10 अगस्त को प्रशासन अतिक्रमण हटा देगा और सैंकड़ों लोग बेघर हो जाएंगे।