इधर रविवार शाम को मामले में समझौते के बाद शव का पोस्टमार्टम ( Rajasthan SHO Suicide ) करवाकर उनके प्रत्येक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। कलेक्टर संदेश नायक ने न्यायिक जांच को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव को सिफारिश भेजी है। 23 मई की तारीख में जारी पत्र में विष्णु दत्त की मृत्यु का जिक्र करते हुए छोटी-छोटी बातों पर उच्चाधिकारियों को झूठी शिकायत करने का आरोप लगाया है। स्थानीय विधायक की ओर से इशारा करते हुए हेड कांस्टेबल सज्जन, इंद्र, कॉन्स्टेबल राजेश व मनोज की झूठी शिकायत करके उनका स्थानांतरण करवाने का जिक्र है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि ऐसे हालात से उनका मनोबल टूट गया है। पत्र पर थाने के 3 एसआई, 3 एएसआई, 3 हेड कांस्टेबल समेत 39 पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर हैं।
जांच अफसर ने रसूखदार पर हाथ डाला था तो फील्ड से हटा दिया था
विष्णुदत्त आत्महत्या प्रकरण की जांच करने पहुंचे आईपीएस विकास शर्मा थाना स्टाफ, स्थानीय लोगों और थाने में दर्ज प्रकरणों से संबंधित लोगों से पूछताछ करेंगे। एडीजी क्राइम बीएल सोनी भी पूरे मामले में निगरानी रखे हुए हैं। इससे पहले आइपीएस शर्मा जयपुर कमिश्नरेट में डीसीपी वेस्ट पर कार्यरत थे यहां उन्होंने कई अभियुक्तों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। एक मामले में रसूखदार के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। हालांकि इसके बाद उन्हें फिर से हटाकर पुलिस मुख्यालय में लगा दिया गया।
एसएचओ आत्महत्या प्रकरण में चार-पांच दिन में ही जांच पूरी कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।
— भूपेंद्र सिंह, डीजीपी, राजस्थान