सुजानगढ़ के गांव बाड़ा के राजकीय माध्यमिक स्कूल में कक्षा 9वीं के विद्यार्थियो का अध्यापन कार्य कमजोर पाया। विषय अध्यापक 10-10 दिन तक विद्यार्थियों की कॉपियों की जांच भी नहीं करते।
चुरू•Mar 02, 2021 / 04:12 pm•
Madhusudan Sharma
विद्यार्थियों को मालूम नहीं सरपंच, प्रधान व जिला कलक्टर के नाम
चूरू. सुजानगढ़ के गांव बाड़ा के राजकीय माध्यमिक स्कूल में कक्षा 9वीं के विद्यार्थियो का अध्यापन कार्य कमजोर पाया। विषय अध्यापक 10-10 दिन तक विद्यार्थियों की कॉपियों की जांच भी नहीं करते। यह स्थिति सोमवार को जांच करने पहुंचे सीबीईओ ओमप्रकाश देवठिया व सहायक लेखाधिकारी राणीदान चारण के सामने आई। सीबीईओ ने शाला में रखे 14 कम्प्यूटरसैट के रख-रखाव व सफाई न करने पर स्टाफ सदस्यों हिदायत दी। स्कूल में 71 बच्चों में से 24 ही उपस्थित मिले। इस पर भी अधिकारी देवठिया ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि कम नामांकन के बावजूद विद्यार्थियों पर निगरानी नहीं रखी जा रही है। अनुपस्थित रहने वाले बच्चों की हिस्ट्री ज्ञात होनी चाहिए।
पंचायत समिति का नाम नहीं पता
जांच अधिकारी देवठिया जब कक्षा 9 व 10 के बच्चों को अपनी पंचायत समिति का नाम पूछा तो कोई जबाव नहीं दे पाया। फिर पूछा की आपके गांव का सरपंच कौन है, तब विद्यार्थियों ने गलत जबाव दिया। जिला कलक्टर का नाम भी विद्यार्थी नहीं बता पाए। सुजानगढ़ पंचायत समिति के प्रधान की जानकारी भी विद्यार्थियों को नहीं थी। इसके बाद देवठिया ने प्रधानाध्यापक प्रमिल कटेवा को निर्देश दिए कि विद्यार्थियों को सामान्य ज्ञान की जानकारी नियमित साझा किया करे।
आपसी तकरार मामले की जांच
राजस्थान पत्रिका ने 1 मार्च को इस स्कूल के प्रधानाध्यापक व शिक्षक शंकरलाल मेघवाल की आपसी तकरार के वायरल वीडियो होने का समाचार प्रकाशित किया था। इस पर सीबीईओ देवठिया ने जांच की। प्रधानाध्यापक प्रमिल कटेवा व शिक्षक शंकरलाल ने समझौता होने व शिक्षक द्वारा माफी मांग लेने की बात सामने आई। जांच अधिकारी प्रधानाध्यापक के दिए नोटिस, माफीनामे सहित अन्य रिकॉर्ड साथ लेकर लौटे। सम्पूर्ण प्रकरण की तथ्यात्मक रिपोर्ट जिला अधिकारियों को अवगत कराएंगे। देवठिया ने नामांकन, उपस्थिति व परिणाम सुधारने की हिदायत देकर कहा कि वह 3-4 बार आकस्मिक जांच करेंगे।