चुरूPublished: May 13, 2020 02:29:31 pm
Madhusudan Sharma
जोगलसर गांव के एक हिस्से में पीने के पानी का संकट बना हुआ है। गांव में जिस नलकूप से पीने के पानी की आपूर्ति होती है. उस नलकूप की मोटर खराब हुए एक सप्ताह से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन तकनीकी खामी दूर नहीं की जा रही है
इस गर्मी में पानी का ऐसा संकट
सुजानगढ़. जोगलसर गांव के एक हिस्से में पीने के पानी का संकट बना हुआ है। गांव में जिस नलकूप से पीने के पानी की आपूर्ति होती है. उस नलकूप की मोटर खराब हुए एक सप्ताह से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन तकनीकी खामी दूर नहीं की जा रही है इसलिए 10 हजार की आबादी वाले गांव के एक मोहल्ले में पानी का संकट बना हुआ है। सरपंच संतोष कस्वा ने बताया कि इस समस्या की जानकारी कनिष्ठ अभियन्ता से लेकर सहायक अभियन्ता को दी गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई, इसलिए मंगलवार को एसडीएम को पत्र सौंपकर उचित समाधान की मांग की है। सरपंच के अनुसार गांव के लिए लालगढ़ सीमा में बने नलकूप भी सही नहीं है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को पीने के लिए टैंकरो का पानी बाहर से मंगवाना पड़ता है। पंच मालाराम, ओमप्रकाश, कानाराम, श्रीराम मेघवाल ने बताया कि पशु खेळ एक सप्ताह से सूखे पड़े हैं जिसके कारण पशुधन को दूर-दूर भटकना पड़ रहा है। ग्रामीण रूपाराम कस्वा ने बताया कि गांव के लिए एक नलकूप व चार किमी पाइप लाइन स्वीकृत है लेकिन उसका काम नहीं कराया जा रहा है। गांव में जलदाय विभाग की ओर से मानदेय पर रखे दो कार्मिकों को दो वर्ष से भुगतान न मिलने से वे काम करने में आनाकानी कर रहे हंै। इस संबंध में विभाग के अधिशासी अभियंता कैलाश पाली ने बताया कि मुझे जोगलसर गांव में पेयजल की जानकारी नहीं है, अभी पता कराता हूं। आपणी योजना का पानी गांव में पहुच रहा है। तेहनदेसर के कनिष्ठ अभियंता रामगोपाल ने बताया कि एक कुएं की मोटर या वायरिंग खराबी होने से कुछ दिनों से बंद है। जल्द ही पता करके समस्या दूर की जाएगी।