सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 18 जुलाई की रात को शान्ति भंग के आरोप में करीब तीन चार जनों को पुलिस ने हवालात में बन्द कर रखा था। ड्यूटी में पहरे पर सत्यनारायण सिपाही तैनात था, जो नशे में था। नशे की हालत में उसने लॉकअप में से शांति भंग के आरोपियों को बाहर निकाल दिया। इसकी जानकारी लगने पर मुख्य आरक्षी सुभाष आदि ने विरोध किया तो सिपाही ने उनपर बंदूक तान दी। मामले की जानकारी लगने पर सीआई संजय पूनिया के कहने पर सब इंस्पेक्टर गिरधारी सिंह, एएस आई रामनिवास तथा हैड मोरियर सुभाष ने मिलकर रोजनामचा में रपट डाल दी। लेकिन पूरे घटनाक्रम के बारे में उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी तक नहीं दी।
्रसीओ ने भी जाहिर की अनभिज्ञता
जानकारी के मुताबिक एसपी आनंद ने दूसरे दिन शाम को रपट पढ़ी। इसके बाद उन्होंने डीएसपी हिमांशु शर्मा से इसकी जानकारी ली, उन्होंने भी मामले को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीआई संजय पूनिया, उप निरीक्षक गिरधारी सिंह, ए एस आई रामनिवास व मुख्य आरक्षी सुभाष को लाईन हाजिर तथा नशे की हालत में लॉकअप से शांतिभंग के आरोपियों को लॉकअप से बाहर निकालने वाले कांस्टेबल सत्यनारायण को निलम्बित कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक एसपी आनंद ने दूसरे दिन शाम को रपट पढ़ी। इसके बाद उन्होंने डीएसपी हिमांशु शर्मा से इसकी जानकारी ली, उन्होंने भी मामले को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीआई संजय पूनिया, उप निरीक्षक गिरधारी सिंह, ए एस आई रामनिवास व मुख्य आरक्षी सुभाष को लाईन हाजिर तथा नशे की हालत में लॉकअप से शांतिभंग के आरोपियों को लॉकअप से बाहर निकालने वाले कांस्टेबल सत्यनारायण को निलम्बित कर दिया है।
इनका कहना है...
थाने में लम्बित मामलों की संख्या बढऩे के बावजूद पुलिसकर्मी कार्रवाई नहीं कर रहे थे। साथ ही प्रदर्शन भी खराब चल रहा था, इस बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थी। इस पर थानाधिकारी सहित चार को लाइन हाजिर किया गया है। वहीं एक पुलिसकर्मी को निलम्बित किया गया है।
दिगंत आनंद, पुलिस अधीक्षक चूरू।
थाने में लम्बित मामलों की संख्या बढऩे के बावजूद पुलिसकर्मी कार्रवाई नहीं कर रहे थे। साथ ही प्रदर्शन भी खराब चल रहा था, इस बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थी। इस पर थानाधिकारी सहित चार को लाइन हाजिर किया गया है। वहीं एक पुलिसकर्मी को निलम्बित किया गया है।
दिगंत आनंद, पुलिस अधीक्षक चूरू।