पशुपालन विभाग के अनुसार राजस्थान पशु चिकित्सा रिलीफ सोसायटी में जिले व ब्लॉक स्तरीय श्रेणी रहेगी। जिला मुख्यालय में इसमें संयुक्त निदेशक अध्यक्ष, संबंधित अस्पताल के इंचार्ज इसके सचिव एवं क्षेत्रीय नोडल आफिसर इसमें उपाध्यक्ष का जिम्मा सभालेंगे। दो प्रगतिशील पशुपालकों को भी इसमें शामिल किया गया है। अधिकारियों की माने तो प्रारिम्भक स्तर पर कुल दस लोग शामिल किए जाएंगे, लेकिन इसमें सदस्यों की संख्या सीमित नहीं रहेगी। सोसायटी में ओर भी लोगों को शामिल किया जाएगा। इसकी बैठक भी मेडिकल की तर्ज पर ही होगी, यही व्यवस्थाएं ब्लॉकों के अस्पतालों में रहेगी। जिले में अब तक 75 सोसायटियों का गठन किया जा चुका है।
विकास में सोसायटी निभाएगी अहम भूमिका
जिले में प्रथम श्रेणी पशुपालन विभाग के अनुसार यह इसके प्रस्तावों को भी प्रशासनिक सोसायटी संबंधित अस्पतालों के प्रक्रिया में मानते हुए अमल में लाने का विकास से जुड़े सभी कार्यों में अहम काम किया जाएगा। विभाग की ओर भूमिका निभाएगी। पशुओं के उपचार की बेहतर व्यवस्था इसके जल्द गठन किए जाने के लिए सहित सभी कामों में अब सोसायटी करेगी। सोसायटी के गठन से जिले के पशु पशुओं की चिकित्सा से जुड़े सभी अहम चिकित्सालयों की तस्वीर बदलने की विषयों पर अब सोसायटी राय एवं उम्मीद जगी है।
जिले में प्रथम श्रेणी पशुपालन विभाग के अनुसार यह इसके प्रस्तावों को भी प्रशासनिक सोसायटी संबंधित अस्पतालों के प्रक्रिया में मानते हुए अमल में लाने का विकास से जुड़े सभी कार्यों में अहम काम किया जाएगा। विभाग की ओर भूमिका निभाएगी। पशुओं के उपचार की बेहतर व्यवस्था इसके जल्द गठन किए जाने के लिए सहित सभी कामों में अब सोसायटी करेगी। सोसायटी के गठन से जिले के पशु पशुओं की चिकित्सा से जुड़े सभी अहम चिकित्सालयों की तस्वीर बदलने की विषयों पर अब सोसायटी राय एवं उम्मीद जगी है।