script

उन्हें अब याद नहीं कुल कितनी चोरियां की और कहां-किसे बाइक व स्कूटी बेची

locationचुरूPublished: Jun 25, 2022 07:19:05 pm

Submitted by:

Vijay Vijay

चूरू (लाडनूं). थानाधिकारी राजेन्द्रसिंह कमांडो के नेतृत्व में गठित टीम ने पिछले करीब १५ दिनों से लगातार कार्यवाही आखिर रंग लाई और अन्तरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करने में कामयाबी मिली। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विमलसिंह नेहरा ने बताया कि राजेन्द्र ङ्क्षसह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने खुफिया तरीके से अभियान चलाया तथा कबाड़ी वालों को पुरानी मोटरसाईकिल खरीदने बेचने में लिप्त कुछ लोगों की टोह ली और इस पूरे प्रकरण में लिप्त अपराधियों को गिरफ्तार किया।

उन्हें अब याद नहीं कुल कितनी चोरियां की और कहां-किसे बाइक व स्कूटी बेची

उन्हें अब याद नहीं कुल कितनी चोरियां की और कहां-किसे बाइक व स्कूटी बेची

अन्तरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश, सरगना सहित तीन गिरफ्तार
चोरों ने स्वीकार की कई वारदातें
चूरू (लाडनूं). थानाधिकारी राजेन्द्रसिंह कमांडो के नेतृत्व में गठित टीम ने पिछले करीब १५ दिनों से लगातार कार्यवाही आखिर रंग लाई और अन्तरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करने में कामयाबी मिली। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विमलसिंह नेहरा ने बताया कि राजेन्द्र singh के नेतृत्व में पुलिस टीम ने खुफिया तरीके से अभियान चलाया तथा कबाड़ी वालों को पुरानी मोटरसाईकिल खरीदने बेचने में लिप्त कुछ लोगों की टोह ली और इस पूरे प्रकरण में लिप्त अपराधियों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अरशद पुत्र (20) निवासी गली नं 26 तेली रोड लाडनूं, समीर (20) निवासी पोस्ट ऑफिस के पीछे लाडनूं, मोहम्मद नईम (24) निवासी गली नं 34 तेली रोड लाडनूं को गिरफ्तार किया गया वहीं इनके कब्जे से ३२ मोटरसाइकिल-स्कूटी बरामद की है। थानाप्रभारी राजेन्द्र ङ्क्षसह कमांडो ने बताया कि क्षेत्र में आये दिन मोटरसाइकिल चोरी की वारदातें हो रही थी। इन चोरियों का खुलासा करने के लिए पुलिस अधीक्षक नागौर राममूर्ति जोशी के निर्देशानुसार टीम गठित की गई।
पुलिस टीम के सदस्यों ने मोटरसाइकिल मैकेनिकों व कबाड़ खरीदने-बेचने वालों को चिह्नित कर संदिग्ध व्यक्तियों की निगरानी शुरू की। पुलिस को प्राप्त तथ्य के अनुसार यह गिरोह न केवल लाडनूं अपितु प्रदेशभर में अलग-अलग शहरों-कस्बों से मोटरसाइकिलें चुराकर लाते तथा उन्हें ओने-पौने दामों में हरियाणा, गुजरात व राजस्थान में बेच देते। कई मोटरसाइकिलें नहीं बिक्री होती तो वे उनके पार्ट्स मैकेनिकों को बेचते और अंत में जो सामान बचता उसे कबाड़ी को बेच देते थे। पुलिस ने पुख्ता सुबूत जुटाकर इस मामले में लिप्त तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया तथा उनके कब्जे से चोरी किए गए ३२ दुपहिया वाहन भी जब्त किए।
इन शहरों में चुराई मोटरसाइकिलें
आरोपियों से सख्ती से पूछताछ करने पर तीनों युवकों ने पुलिस को बताया कि वे लाडनूं के अलावा नागौर, सुजानगढ़, सीकर, डीडवाना, कुचामन, नांवा, चूरू सहित गुजरात के कई कस्बों से मोटरसाइकिलें चुराकर लाते तथा उन्हें सस्ते दामों में बेचने का प्रयास करते। पुलिस ने चुराई गई मोटरसाइकिलों के बारे में जानने की कोशिश की तो उन्होंने बताया कि अब तक कितनी मोटरसाईकिलें चुराई है यह भी याद नहीं है। इसके अलावा हरियाणा व गुजरात में कितनी मोटरसाइकिलें किसे व किन्हें बेची यह भी पूरा याद नहीं है। उन्होंने बताया कि खरीदारी की पूरी जानकारी नहीं लेते थे। कुछ लोगों में जिनसे नकद राशि बकाया है केवल उनके नाम उन्हें याद है। आरोपी हमेशा महंगी मोटरसाईकिलें चुराते थे। पकड़ से दूर रहने के लिए वे मोटरसाईकिल व शहरों के नाम का कोड बनाकर बातचीत करते थे। जिनमें रॉयल एनफील्ड को हाथी कोड दे रखा था इसी तरह शहरों के नाम भी सुजानगढ़ की जगह सूरज व आबूरोड को अब्बू नाम जताते थे।
लाडनूं. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दुपहिया वाहन चोर गिरोह के तीनों सदस्य व बरामद की गई मोटरसाइकिलें के साथ पुलिस टीम के सदस्य।

लाडनूं. पुलिस थाने में वाहन चोर गेंग की जानकारी देते अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विमलसिंह नेहरा व थानाप्रभारी राजेन्द्र ङ्क्षसह कमांडो।

ट्रेंडिंग वीडियो