उन्होंने बताया कि फिलहाल बच्ची स्वस्थ है और इलाज जारी है। डा.जांगिड़ ने बताया कि बच्ची को जब अस्पताल लेकर आए तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस थाने में दी। जिस पर एसआई माणकलाल डूडी राजकीय अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। एसआई डूडी ने बताया कि चिकित्सकों द्वारा सूचना मिली कि मितासर गांव के कुछ लोग एक जिंदा बच्ची को अस्पताल लेकर आए हैं। सूचना पर अस्पताल पहुंचे तो मितासर गांव के ओमप्रकाश सारण ने रिपोर्ट दी है कि गांव में नत्थूराम की दुकान की दुकान के पास कीचड़ फैला हुआ था, जिसमें नवजात पड़ी हुई मिली। वहीं रिपोर्ट में बताया कि किसी व्यक्ति ने पहचान छुपाने के लिए यह कुकृत्य किया है।
बच्ची को राजकीय अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया है। जहां इलाज चल रहा है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि जन्म के तुरंत बाद इस बच्ची को फेंकने वाले का कलेजा नहीं पसीजा। इस घटना के बाद मितासर गांव में यह मामला चर्चा में बना हुआ है और हर कोई इस बच्ची के परिवार का पता लगाने में जुटा हुआ है। जिस किसी ने भी इस घटना के बारे में सुना वह स्तब्ध रह गया। बच्ची को गोद लेने के लिए भी कई लोग सामने आए है।