ग्रामीणों की शिकायत के चलते फिलहाल निर्माण कार्य रोक दिया गया है और एसडीएम ने जांच के निर्देश दिए हैं।ग्रामीणों ने बताया कि गुणवत्तापूर्ण नही होने के कारण भविष्य में कक्षा-कक्षों की दीवारें कभी भी गिर सकती हैं, जिससे कक्षा-कक्षों में बैठने वाले बच्चों को खतरा रहेगा। ग्रामीणों ने बताया कि जब उन्होंने विद्यालय जाकर घटिया निर्माण ( substandard construction ) सामग्री की शिकायत की तो प्रिंसिपल के पति व ठेकेदार ने दीवारों की दरारों को भरने के लिए लीपापोती करा दी और निर्माण सामग्री व वर्क ऑर्डर दिखाने से मना कर दिया।
ग्रामीणों ने एसडीएम ( sdm churu ) से मिल कर आरोप लगाया कि प्रिंसिपल का पति विद्यालय के कार्यों में दखल अंदाजी करता रहता है जो सही नहीं है। निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच करने की मांग की जिस पर एसडीएम ने संबंधित जेईएन रामफल लेघा को मौके पर जाकर निर्माण कार्य की जांच कर रिपोर्ट बनाकर उनके समक्ष पेश करने के निर्देश दिए। ज्ञापन देने वालों में झाबरसिंह, महेन्द्र, प्रमोद, नंदलाल, गोपाल, बुधराम, रामकुमार, रूगाराम, धर्मवीर, महावीर शामिल थे।