यहां बातचीत में विष्णुदत्त की मां शीला देवी ने लोगों से कहा कि उनके बेटे ने राजगढ़ की जनता को हमेशा सम्मान दिया है, लेकिन बदले में मेरे बेटे को क्या मिला। शीलादेवी ने रोते हुए कहा कि उसे न्याय मिलना चाहिए। सीबीआइ से जांच होनी चाहिए। अन्यथा वे राजगढ़ की जनता को कभी माफ नहीं करेगी।
‘राजगढ़ आए, तब से तनाव में रहते थे’
बसपा नेता मनोज न्यांगली ने बताया कि थानाधिकारी विष्णुदत्त की पत्नी उमेश ने शुक्रवार को उनको बताया कि 19 सितंबर 2019 को जब उनके पति ने राजगढ़ में ड्यूटी ज्वॉइन की तो उसके तीन-चार दिन बाद ही उनके पास किसी का फोन आया था तथा कहा कि आप आए हो, कैसे क्या व्यवस्था होगी।
जिस पर उन्होंने कहा, तनख्वाह से मैं किसी को कुछ दे नहीं सकता और टेबल पर मैं बाहर का पैसा आने नहीं दूंगा। पत्नी उमेश ने बताया कि हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था और न ही पूरी बात उन्हें बताई थी, वह केवल इतना ही सुन पाई। उन्होंने कहा कि जब से राजगढ़ में ड्यूटी ज्वॉइन की है, तब से वे तनाव एवं परेशानी में थे। उन पर कुछ दबाव था, जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया।
सीआइडी सीबी की जांच रही जारी
आत्महत्या मामले में चौथे दिन भी सीआइडी सीबी की जांच जारी रही। एसपी विकास शर्मा तथा एएसपी सीआइडी जगदीश व्यास जांच कर रहे हैं।