चुरूPublished: Oct 24, 2020 10:59:27 am
Madhusudan Sharma
अनाज तोल में गड़बड़ी के मामले में कृषि उपज मंडी में शुक्रवार को व्यापारियों की बैठक हुई। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी पंकज गढवाल तथा मंडी सचिव कमलकिशोर सोनी आदि ने व्यापारियों से विचार-विमर्श किया।
अनाज तोल मामले में धरना शुरू करने की दी चेतावनी
सादुलपुर. अनाज तोल में गड़बड़ी के मामले में कृषि उपज मंडी में शुक्रवार को व्यापारियों की बैठक हुई। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी पंकज गढवाल तथा मंडी सचिव कमलकिशोर सोनी आदि ने व्यापारियों से विचार-विमर्श किया। वहीं मंडी प्रशासन ने समस्या का हल होने की बात कही है। वहीं किसान सभा संघर्ष समिति की ओर से वार्ता विफल होने एवं समस्या का समाधान नहीं होने का कहकर 24 अक्टूबर से मांग के समर्थन में धरना प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी है। इस अवसर पर मंडी सचिव कमलकिशोर सोनी ने बताया कि व्यापारियों के साथ वार्ता हुई है। जिसमें मंडी प्रांगण में कृषि जिन्सों की नीलामी के बारे में निर्णय लिया गया कि किसान अपना अनाज नीलमी चबूतरे पर लेकर आएंगे तथा वहां अनाज की ढेरी लगाएंगे तथा दो पारियों में नीलामी होगी। उन्होंने बताया कि एक दोपहर 11 बजे तथा दूसरी दोपहर दो बजे होगी। नियमानुसार अनाज तुलवाने की कार्रवाई होगी तथा किसानों को नकद भुगतान किया जाएगा। बैठक में व्यापारियों ने भी सहमति देते हुए कहा कि व्यापारी अनाज खरीदने से मना नहीं किया हैै, लेकिन मंडी प्रशासन की ओर से नीलामी चबूतरे पर किसानों के अनाज की ढेरी लगवाने की कार्रवाई करेंगे। जिसके बाद व्यापारी अनाज की बोली लगाकर खरीद करेंगे। वहीं किसान संघर्ष समिति के जगतसिंह का कहना है कि कृषि उपज मंडी में किसानों की फसल खरीद के मामले में हुई बैठक में सहमति नहीं बन पाई है तथा किसानों की फसल वैधानिक तरीके से खरीदना चालू नहीं किया, तो 24 अक्टूबर से कृषि उपज मंडी के मु य द्वार के सामने धरना शुरू करने का निर्णय लिया है। बैठक में जहां व्यापारियों ने नीलामी चबूतरे पर ढेर लगाकर अनाज खरीदने की बात स्वीकार की है, वहीं किसान नेता जगतसिंह ने वार्ता को विफल बताकर धरना शुरू करने की चेतावनी दी है। बैठक में खाद्य व्यापार मंडल के अध्यक्ष राधेश्याम डोकवेवाला, राजेष बैरासरिया, योगेन्द्र राठी, अनिल बंसल, लखन अग्रवाल, ओम हरपालूवाला, सत्यनारायण, संजय मरोदिया, प्रवीण सतनालीवाला, चंद्रप्रकाश मित्तल, बबलू ददरेवा, अमीलाल प्रजापत आदि शामिल थे।
यह था विवाद
कृषि उपज मंडी में गत तीन दिनों से अनाज तोल में गड़बड़ी का आरोप लगाकर जहां किसानों ने रोष जताया। वहीं व्यापारियों ने अनाज खरीदने से मना कर रोष जताया था। किसानो का कहना है कि किसानों की फसल तुलाई में कट्टे का वजन साढे सात सौ ग्राम काट रहे हैं। जबकि इतना वजन कट्टे का नहीं हैं तथा प्रति कट्टा दो सौ ग्राम अलग से भी मूंग का वजन काट रहे हैं। अनाज के कट्टे को 50 किलो दो सौ ग्राम तोलकर 50 किलो के ही पैसे दिए जाते हैं। फिर उसी कट्टे को पुन: तोलकर 50 किलो का लिखकर पक्का तोल मान लिया जाता है। वहीं व्यापारियों का कहना है कि राजस्थान सरकार 2.6 प्रतिशत मंडी टैक्स माफ कर देवें, तो किसानों का अनाज दो सौ रूपए क्विंटल अधिक भाव से बिकेगा। मंडी टैक्स के चलते किसानों को दो सौ रुपए कम भाव मिल रहा है।