scriptबारिश से हर जगह बन गया पानी का दरिया | Water became a river everywhere due to rain | Patrika News

बारिश से हर जगह बन गया पानी का दरिया

locationचुरूPublished: Jul 31, 2021 01:02:38 pm

Submitted by:

Madhusudan Sharma

सावन माह के शुरूआत में मानसून शहर पर मेहरबान है। शुक्रवार को सुबह 9 बजे रुक-रुक कर हुई बारिश 11 बजे तक जारी रही। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से उमस व गर्मी कम हुई है।

बारिश से हर जगह बन गया पानी का दरिया

बारिश से हर जगह बन गया पानी का दरिया

चूरू. सावन माह के शुरूआत में मानसून शहर पर मेहरबान है। शुक्रवार को सुबह 9 बजे रुक-रुक कर हुई बारिश 11 बजे तक जारी रही। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से उमस व गर्मी कम हुई है। जिससे लोगों को राहत मिली है। इधर, शहर की सड़कें बरसाती पानी से तर रहीं। कई इलाकों में पानी भर गया। लोगों को पानी के बीच से गुजरना पड़ा। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को 21.2 एमएम बारिश दर्ज की गई। जबकि दिन का अधिकतम तापमान 28.9 व न्यूनतम 24.9 डिग्री रहा।
सादुलपुर. कई दिनों से बारिश का इंतजार कर लोगों को जहां गर्मी से राहत मिली है। वहीं पानी ने परेशानी भी बढ़ा दी है। जिले में सर्वाधिक 135 एमएम बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के कारण शहर के अनेक इलाके पानी में डूबे नजर आ रहे हैं। गुरुवार शाम आठ बजे से शुक्रवार सुबह आठ बजे तक बारिश हुई है। लगातार 12 घंटे बारिश के कारण शहर में जगह-जगह पानी भर गया। पानी दुकान और घरों में भी घुस गया। बारिश के कारण बाजार भी सुबह 11 बजे बाद आंशिक रूप से ही खुला। पार्षद राहुल पारीक ने बताया कि पिछले दस सालों में करोड़ों रूपए पानी निकासी के नाम पर खर्च कर दिए गए होंगे, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान आज तक नहीं हुआ। मुख्य बाजार घंटाघर, महाराणा प्रताप चौक, शीतला बाजार, बैरासरिया मार्केट, अंबेडकर सर्किल, बस स्टैण्ड, मिनी सचिवालय के सामने, जोगी आश्रम, मोहता मार्केट, हायर सैकेण्डरी स्कूल, हनुमानगढ-हिसार जाने वाली रेल पटरियां पानी में डूब गईं। बारिश के पानी की निकासी व्यवस्था की मांग को लेकर बसपा नेता मनोज न्यांगली ने जायजा लेकर नगरपालिका प्रशासन से पानी निकासी व्यवस्था करने एवं समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की है।
इन गांवों में हुई झमाझम बारिश
इसके अलावा गांव गालड़, रेजड़ी, धानोठी, रामसरा, तांबाखेड़ी, न्यांगल छोटी एवं बड़ी, ग्वालीसर, भगेला, भटौड़, हांसियावास, ढिगारला आदि गांवों में बारिश का पानी घरों में घुस गया। जिससे लोगों को नुकसान हुआ है। गांव ग्वालीसर में काटौनी रास्ता बंद हो गया। सामाजिक कार्यकर्ता रजनीश सोनी ने बताया कि वार्ड एक में मुख्य रास्ते पर पानी एकत्रित हो गया। रास्ता बंद होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
इलाकों में पानी भरा
तारानगर. क्षेत्र में शुक्रवार सुबह जमकर मेघ बरसे। सुबह 7 बजे घनघोर काली घटा छाई व इसके बाद करीब 20 मिनट तक जोरदार बारिश हुई। तहसील कार्यालय के अनुसान 28 एमएम बारिश दर्ज की गई। बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया। मानसून की पहली मध्यम गति से हुई बारिश ने ही नगरपालिका प्रशासन के मानसून प्रबंधन के दावों की पोल खोल दी। बारिश से कस्बे के निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कस्बे के रोडवेज बस स्टैंड मार्ग, मोबाईल मार्केट, अम्बेडकर सर्किल मार्ग, सात्यूं बस स्टैंड, राजकीय महिला महाविद्यालय व राउमावि के आगे बरसाती पानी एकत्रित होने से जहां लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ी। वहीं दुकानदारों को दिनभर दुकानें बंद रखनी पड़ी। कई दुकानों में पानी घुस जान से दुकानदारों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। वार्ड 19 में टैगोर स्कूल के पास बरसाती पानी से मार्ग एकदम बंद हो गया। मार्ग पर स्थित कई घरों में भी पानी घुस गया। लोगों ने नगरपालिका प्रशासन पर मानसून से पूर्व नालियों व नालों की सफाई नहीं करने का आरोप लगाया और आक्रोश जताया। किसान खाद-बीज खरीदते नजर आए। बारिश होने से खेतों में खड़ी फसल को लाभ पहुंचेगा।
18 घंटे बिजली गुल
सांखू फोर्ट. क्षेत्र में गुरुवार रात 11 बजे बाद और शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक बारिश का दौर जारी रहा। ब’चों ने बारिश में नहाने का लुत्फ उठाया। लगातार 18 घन्टे बिजली गुल रही। जिससे लोगों को परेशानी हुई और मोबाइल चार्ज नहीं हो पाए। क्षेत्र में विजयपुरा, डाबली ढाणी, खबरपुरा, लीलावठी, रावतसर आदि गांवों में भी बारिश हुई। खेतों में मूंग, मोठ, बाजरा, चवला व ग्वार की फसल को लाभमिलेगा। कस्बे के मुख्य मार्ग व खारियाबास गांव के घरों में बारिश का पानी भर गया।

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