लगभग 6 .05 बजे तक गिरे ओलों के कारण खेतों में खड़ी चना, गेहूं, जौ, सरसों आदि की फसलें नष्ट हो गईं। वहीं एडवोकेट रामनिवास गुर्जर ने बताया कि गांव जणाऊ खारी, जणाउ मिठी, खातीबास, जसवंतपुरा, ब्राह्मणों को बास आदि गांवों में बारिश के साथ ओले गिरे। सरपंच बलवीरसिंह तेतरवाल ने बताया कि खबरपुरा, ढाणी मौजी, जैतपुरा आदि में भी बारिश के साथ भारी ओले गिरने से खेतों फसलों को नुकसान हुआ।
वहीं किसान रंगलाल ने चने की फसलों की कटाई हो रही थी तथा कटाई की गई फसलें भी नश्ट हो गई। महेन्द्रसिंह आदि ने बताया कि पहले ओलावृष्टि के कारण बीजाई की गई अब तैयार की गई फसलें नष्ट हो गई। ग्रामीणों ने गिरदावरी करवाकर पीडि़त परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है। घांघू. गांव घांघू में शाम साढ़े चार बजे के बाद अचानक बदले मौसम के बाद तेज आंधी के साथ बारिश का दौर शुरू हुआ।
इस दौरान ओले भी गिरे। जिससे किसानों के खेतों में खड़ी और काटी गई फसल खराब हो गई। गांव घांघू, दांदू , बासजैसेका, बास जसवंतपुरा और श्योदानपुरा में ओले गिरे हैं। ओले गिरने से सरसों, गेंहू, जो और चने की फसल में नुकसान हुआ है। घांघू के किसान कुनणमल रेवाड़, गांव दांदू के लखेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि उनके खेत में फसल काटी फसल खराब हो गई। गांव श्योदानपुरा के बजरंगलाल गेट ने बताया कि गांव में भी ओले गिरे हैं।
सुजानगढ़. तेज अंधड़ व ओलावृष्टि से छोटे पक्षी मर गए। कोडासर जाटान गांव में कई पेड़ गिर गए। ये जानकारी रामसुख गोदारा ने दी। चरला ग्राम पंचायत की कांकड़ में अंगूर की साइज के ओले गिरे। मनसुख गोदारा ने बताया कि ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। बालेरा ग्राम पंचायत सरपंच सुरेन्द्रसिंह राठौड़ ने बताया कि रेवतराम मंडा के स्थापित पोली हाऊस को तेज अंधड़ से काफी नुकसान हुआ है।
सांखूफोर्ट. शाम पांच बजे बाद तेज बारिश के साथ गिरे ओले। मुख्य बाजार में पानी निकासी के अभाव में मार्ग पर पानी एकत्रित हो गया। तेज बारिश से देवीसिंह तंवर के घर में पानी घुस गया। रतनगढ़. कस्बे में बुधवार को दोपहर तक पड़ी गर्मी व आसमान में धूप व बादलों की बारी-बारी से आवाजाही ने मौसम की करवट बदल दी। बूंदाबांदी शुरू हुई।
बीदासर. दोपहर तीन बजे तेज आंधी के साथ आधे घंटे तक जमकर बारिश हुई। पांच मिनट तक चने के आकार के ओले गिरे। छापर. शाम को तेज आंधी के साथ बारिश व ओले गिरने से पानी भर गया। सरकारी अस्पताल के सामने पानी भर गया।