CHURU NEWS- राजस्थानी भाषा बोलने वाले क्यों हो रहे कम, यह चिंता का विषय: इसके लिए हम स्वयं जिम्मेदार
चुरूPublished: Nov 12, 2022 01:03:10 pm
राजस्थानी भाषा को बोलने वाले धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं। यह बड़ी चिंता का विषय है, जिसके लिए हम स्वयं जिम्मेदार है। यह बात विधायक मनोज मेघवाल ने मरूदेश संस्थान की ओर से कवि कन्हैयालाल सेठिया की 14वीं पुण्यतिथि पर सेठिया हवेली में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में कही। मुख्य अतिथि विधायक मनोज मेघवाल ने कहा कि सेठिया का साहित्य ओर समाज को दिया अवदान महत्वपूर्ण है।


सुजानगढ़. पवन पहाडि़या का सम्मान करते विधायक मनोज मेघवाल व अन्य।
मरूदेश संस्थान की ओर से कवि कन्हैयालाल सेठिया की 14वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम
आम बोलचाल और वार्तालाप में अधिक से अधिक राजस्थानी को प्रचलन में लाएं
चूरू. सुजानगढ़. राजस्थानी भाषा को बोलने वाले धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं। यह बड़ी चिंता का विषय है, जिसके लिए हम स्वयं जिम्मेदार है। यह बात विधायक मनोज मेघवाल ने मरूदेश संस्थान की ओर से कवि कन्हैयालाल सेठिया की 14वीं पुण्यतिथि पर सेठिया हवेली में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में कही। मुख्य अतिथि विधायक मनोज मेघवाल ने कहा कि सेठिया का साहित्य ओर समाज को दिया अवदान महत्वपूर्ण है।
हमें आम बोलचाल ओर आपसी वार्तालाप में अधिक से अधिक राजस्थानी को प्रचलन में लाने पर जोर दिया। संस्थान अध्यक्ष डा. घनश्यामनाथ कच्छावा ने आयोजकीय पृष्ठभूमि को रेंखाकित किया। समारोह अध्यक्ष कवि डा. गजादान चरण ने कहा कि सेठिया के पैतृक निवास में यह आयोजन होना हम सबको एक तीर्थ करने की अनुभूति प्रदान कर रहा है। स्वागत भाषण देते वरिष्ठ साहित्यकार भंवरङ्क्षसह सामौर ने कहा कि सेठिया राजस्थानी के एक कवि ही नहीं अपितु सच्चे अर्थो में जननायक थे। राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के संसथापक खेण के लक्ष्मणदान कविया ने राजस्थानी को राजस्थान की राजभाषा बनाने की मांग की। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि जसवन्तगढ़ के पवनकुमार भण्डारी व सुजानगढ़ के महेश अरोड़ा ने ने भी विचा व्यक्त किए। आभार संयोजक रतन सेन ने व्यक्त किया।
समारोह में नागौर के वरिष्ठ साहित्यकार पवन पहाडिय़ा को इस वर्ष का कन्हैयालाल सेठिया राजस्थानी भाषा सेवा सम्मान प्रदान किया गया। संस्थान की ओर से अभिनन्दन पत्र, साफा, शॉल, प्रतीक चिन्ह, साहित्य व श्रीफल प्रदान किया गया। अभिनन्दन पत्र का वाचन किशोर सैन ने किया। कवि मदनलाल गुर्जर सरल ने संयुक्त साझा संकलन मुक्त दशक का लोकार्पण अतिथियो ने किया। अतिथियो का स्वागत सचिव कमल नयन तोषनीवाल, डा. मानङ्क्षसह सामौर, गिरधर शर्मा, रश्मि शर्मा, सरोज पूनियां वीर, ज्योत्सना बागरेचा, रानी जैन, पूजा मूंड, इंजीनियर इसाक तगाला, बजरंगलाल जेठू आदि ने किया। ओमप्रकाश तूनवाल ने मंत्रोचार से आयोजन का शुभारम्भ किया। सरदारशहर. गौमाता को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग को लेकर फलौदी से दिल्ली निकाली जा रही पद यात्रा शुक्रवार को सरदारशहर पहुंची। जहां पर लोगों ने जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर भीखङ्क्षसह राजपूत, एडवोकेट महेश कुमार सैन, दिनेश सुथार, रूघाराम सैन आदि ने यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर एडवोकेट माणकचन्द भाटी, महेन्द्र निर्वाण, नारायण चौहान, डा.पुनमचन्द भाटी, करणीदान नाई, उम्मेद, सुरेश भाटी, गिरधर भाटी, संदीप ढल्ला, संजय टोकसिया, प्रकाश टोकसिया, नथमल वर्मा, राकेश भामा, संजय जाड़ीवाल आदि ने यात्रा का स्वागत किया।