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श्रमिकों का समझा दर्द, किया रवाना

locationचुरूPublished: May 22, 2020 02:15:50 pm

Submitted by:

Madhusudan Sharma

जिला मुख्यालय चूरू में रह रहे 80 मजदूरों को गुरुवार को रोडवेज बसों से उनके गृह प्रदेश के लिए रवाना किया। मेडिकल टीम की ओर से मजदूर परिवार के प्रत्येक सदस्य की स्वास्थ्य जांच करवाने के बाद बसों में बैठाया गया।

श्रमिकों का समझा दर्द, किया रवाना

श्रमिकों का समझा दर्द, किया रवाना

चूरू. जिला मुख्यालय चूरू में रह रहे 80 मजदूरों को गुरुवार को रोडवेज बसों से उनके गृह प्रदेश के लिए रवाना किया। मेडिकल टीम की ओर से मजदूर परिवार के प्रत्येक सदस्य की स्वास्थ्य जांच करवाने के बाद बसों में बैठाया गया। पंकज सैनी ने बताया कि जिला मुख्यालय पर करीब पन्द्रह परिवार यहां रह रहे थे। लॉकडाउन में यह परिवार चूरू में रहने को मजबूर थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रयासों से इन परिवारों को अपने घरों की ओर जाने की राह आसान हुई। कांग्रेस के नेता नारायण सैनी से आवश्यक परामर्श के बाद रोडवेज की तीन बसों में इन परिवारों के 80 सदस्यों को बसों में बैठाकर पंकज सैनी ने इन्हें मास्क, पीने के पानी की बोतले व नाश्ते का सामान देते हुए विदा किया। इससे पहले एसडीएम अवि गर्ग ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर तहसीलदार ओमप्रकाश, कमलदीप पूनियां, कार्यकर्ता अयूब खान सहित कई कर्मचारी उपस्थित थे।

रामसीसर गांव में फंसे मजदूरों को बिहार भेजा
सरदारशहर. रामसीसर गांव में खेतों में कार्य करने के लिए आए अरनिया बिहार के मजदूर लॉकडाउन के कारण यहां फंस गए थे। इतने दिन प्रशासन की ओर से उनके खाने-पीने व ठहरने की व्यवस्था कर रखी थी। फिर भी मजदूर गांव के लोगों के बीच आकर रोने लगे और बोले कि घर जाना है। जिसको लेकर रामसीसर गांव के ग्राम सहायक विनोद नायक, प्रधानाध्यापक जितेंद्र शर्मा, पीईईओ बालकृष्ण कौशिक एवं ग्रामवासियो ने मिलकर 50 हजार रुपए एकत्रित कर मजदूरों को गांव तक पहुंचाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था की। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक जितेंद्र शर्मा व ग्राम सहायक विनोद नायक ने प्रशासन से मिलकर अनुमति ली। एसडीएम रीना छिम्पा, बीडीओ संतकुमार मीणा, अति.बीडीओ दुर्गाराम पारीक, तहसीलदार सुशील कुमार सैनी, सेक्टर प्रभारी जितेंद्र शर्मा, गांव के प्रतिनिधि श्योनारायण पारीक ने मिठाई देकर सातों मजदूरों को उनके घर के लिये रवाना किया।

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