बाजार बंद का निर्णय
निवर्तमान सरपंच अमित मीणा ने बताया कि घटना के बाद बाजार कमेटी ने मांग पूरी नहीं होने तक बाजार बंद का निर्णय लिया है।
चूरू पहुंचने से पहले टूटी सांसें
हमीरवास थानाधिकारी सुभाषचंद्र ने बताया कि रामपुरा निवासी जगदीश मीणा ने मामला दर्ज करवाकर बताया कि नौ अक्टूबर को उसके भाई राजेन्द्र की गर्भवती पत्नी रचना जांच के लिए अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में डॉक्टर ने तबीयत ठीक बताई, जिसके बाद उसे वापस घर ले आए। लेकिन थोड़ी ही देर बाद प्रसव पीड़ा शुरू हो गई, जिस पर वापस अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में मौजूद डॉ.भीम ने कहा कि स्थिति सामान्य है तथा डिलीवरी हो जाएगी। लेकिन रचना दर्द से तड़पती रही। इस पर डॉक्टर ने एक इंजेक्शन लगाया। उसके थोड़ी ही देर बाद रचना की तबीयत बिगड़ गई तथा मुंह और कानों से खून आने लगा। यह स्थिति देखकर डॉ.भीम ने अस्पताल छोड़कर भागने का प्रयास किया। लेकिन उसे रोककर उपचार की बात कही, तो उसने रचना को सादुलपुर रैफर कर दिया। इस पर एंबुलेंस की मांग की गई, तो डॉक्टर ने मना कर दिया एवं बिगड़ी हुई हालात को देखते हुए एक निजी वाहन से रचना को सादुलपुर लेकर पहुंचे। यहां से चिकित्सकों ने गंभीर हालत देखते हुए चूरू रैफर कर दिया। लेकिन चूरू पहुंचते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नहीं बनी सहमति
रामपुरा में गर्भवती महिला की मौत मामले में शनिवार देर शाम तक ग्रामीणों ने शव नहीं लिया है तथा मांगों के समर्थन में बाजार भी बंद हो गए हैं। देर शाम को एसडीएम पंकज गढ़वाल भी मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों से वार्ता की। लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा जांच के बाद ही वास्तविक स्थिति का खुलासा होगा। दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सुभाषचंद्र, थानाधिकारी, हमीरवास
घटना दु:खदायी है तथा मृतका के पति राजकुमार के दो भाई और हैं जो अनपढ़ और भोले स्वभाव के तथा अविवाहित हैं। घर में राजकुमार ही खेतीबाड़ी कर परिवार का पालन-पोषण करता है। जब तक मृतक परिवार को दस लाख की आर्थिक सहायता प्रदान नहीं होती, तब तक शव नहीं लेंगे एवं धरना जारी रहेगा।
नरेश बालानिया, सरपंच रामपुरा