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खाली Plots से बढे भू-अपराध

हाईकोर्ट ने बढ़ते भू-अपराधों पर चिंता जताते हुए कहा है कि गरीब आदमी जमीन को भटक रहे हैं और वर्षो से खाली सैकड़ों प्लॉट बार-बार बिक रहे हैं

Oct 13, 2015 / 11:10 am

भूप सिंह

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जयपुर। हाईकोर्ट ने बढ़ते भू-अपराधों पर चिंता जताते हुए कहा है कि गरीब आदमी जमीन को भटक रहे हैं और वर्षो से खाली सैकड़ों प्लॉट बार-बार बिक रहे हैं। सालों से इन पर निर्माण नहीं हो रहा है। खाली प्लॉटों को लेकर अपराध बढ़ रहे हैं। जयपुर के मानसरोवर, वैशाली नगर, मुहाना, झोटवाड़ा, मुरलीपुरा, जवाहर सर्किल व खो नागोरियान थानों में ऎसे भू-अपराधों की भरमार है। राजस्थान हाईकोर्ट ने जयपुर विकास प्राधिकरण आयुक्त को बुधवार सुबह 10.30 बजे तलब किया है। पूछा है कि खाली भूखंडों पर अब तक क्या कार्रवाई की? न्यायाधीश महेश चंद्र शर्मा ने शम्भूदयाल व दो अन्य की जमानत याचिका पर सुनवाई क रते हुए सोमवार को यह आदेश दिया।

याचिका के अनुसार 31 मई को श्याम सुंदर अग्रवाल ने झोटवाड़ा थाने में एफआईआर दर्ज कराई कि मित्र गृह नगर स्थित भूखंड पर निर्माण के समय 20-25 लोग हथियार लेकर आ गए और मारने की धमकी दी। याचिकाकर्ताओं को इस मामले में गिरफ्तारी का अंदेशा है और अधीनस्थ अदालत ने जमानत अर्जी खारिज कर दी है। अनुसंधान अधिकारी ने कोर्ट को बताया, शम्भूदयाल को 11 अगस्त 1981 को भूमि का पट्टा जारी किया हुआ और उसका ही कब्जा है पर शम्भूदयाल ने गृह निर्माण सहकारी समिति के पदाधिकारियों से मिलकर नियम विरूद्ध पट्टा लिया है। वास्तव में यह जमीन सुमित्रा देवी के नाम आवंटित हुई थी। कोर्ट ने बुधवार को झोटवाड़ा थाने के मामले में अनुसंधान अधिकारी को केस डायरी भी लाने को कहा है।


…पर गरीबों को जमीन नहीं
हाईकोर्ट ने कहा, धोखाधड़ी के केसों की भरमार है, विशेष्ाकर जयपुर के सात थानों में। ऎसे अपराधों में जमानत अर्जियां भी कोर्ट में आ रही हैं। ऎसे अपराध रोके जा सकते हैं, लेकिन जेडीए शांत बैठा है। आज से 30 साल पहले प्लॉट बेच दिया गया लेकिन अब तक खाली पड़ा है। ऎसे भूखंडधारकों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। ऎसे भूखंडों के कारण गरीब जनता को रहने को जमीन नहीं मिल रही है, जबकि सैकड़ों प्लॉट पड़े हैं और बार-बार बिक रहे हैं। ऎसे भूखंडों पर कार्रवाई से अनावश्यक मुकदमेबाजी रोकी जा सकेगी।

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