जैविक कचरे की बिजली से रोशन होंगी 250 स्ट्रीट लाइट
कोयम्बत्तूर. शहर की सांई बाबा कॉलोनी की स्ट्रीट लाइट अब जैविक कचरे से बनने वाली बिजली से रोशन होंगी।
स्विट्जरलैंड की पर्यावरण व ऊर्जा मंत्री सिमोनिटा सोमारुगा ने शनिवार को कॉलोनी में कचरे से बिजली बनाने की इकाई का उद्घाटन किया। इकाई का निर्माण स्विस सरकार की आर्थिक सहायता से किया गया है।
नगर निगम के आयुक्त श्रवण कुमार ने बताया कि निगम कचरे से कमाई योजना पर काम कर रहा है। शहर के सभी 100 वार्डों के कचरे को वेलालूर डंपयार्ड में भेजा जाता है। अब कचरे की निपटान व्यवस्था में परिवर्तन कर जैविक कचरे को अलग किया जा रहा है।शहर के विभिन्न हिस्सों में जैविक कचरे से खाद तैयार करने की इकाइयों का काम प्रगति पर है।इसी सिलसिले में जैविक कचरे से बिजली बनाने का संयंत्र कायम किया गया है।उन्होंने बताया कि साईंबाबा कॉलोनी में 2500 घरों से प्रति दिन एकत्र किए जाने वाले करीब 1500 किलो जैविक कचरा मीथेन गैस में परिवर्तित होगा। फिर मीथेन गैस से जेनरेटर के माध्यम से बिजली उत्पन्न की जाएगी । इस बिजली से साईंबाबा कॉलोनी की 250 स्ट्रीट लाइटें रोशन की जाएगी। करीब ४५ लाख की लागत के इस संयंत्र में १५०से १७० यूनिट बिजली तैयार की जाएगी।
साथ ही 6 0 से 90 किलो रसोई गैस और 3000 किलो जैविक खाद भी मिलेगी। उल्लेखनीय है कि रोजाना उपलब्ध होने वाली बिजली से २५० स्ट्रीट लाइटें आठ घंटे तक रोशन रहेगी।