Tamilnadu: 4 lakh lorry owners on strike in TN to protest hefty Fine
कोयम्बत्तूर. कोरोना की वजह से बेरोजगार हुए उत्तर भारत के श्रमिक लॉकडाउन के बीच भी जैसे -तैसे अपने घर लौटने के लिए बैचेन हैं। इसके लिए वे कोई भी खतरा उठाने को तैयार है। बुधवार को तिरुपुर में ऐसा ही एक मामला सामने आया जब पांच कटेंनरों में २५० प्रवासी कामगार शहर छोड़ते वक्त पकड़े गए। सूत्रों ने बताया कि बुधवार को पुलिस सिंगनाल्लूर में वाहनों की सामान्य जांच कर रही थी। इसी दौरान पांच कंटेनर आते दिखाई दिए। इन्हें भी रोका गया। पुलिस ने एक कंटेनर के चालक से अंदर के सामान के बारे में पूछा तो वह हड़बड़ा गया। पुलिस को शक हुआ और कंटनेर के दरवाजे खुलवा कर देखा तो उसमें प्रवासी कामगार मिले। इसके बाद शेष चारों कंटेनरों की तलाशी ली तो सभी में उत्तर भारत के कामगार थे। सभी को नीचे उतारा तो पता लगा कि कुल २५० कामगार हैं। पुलिस ने सबको समझाया कि वह लॉकडाउन की अवधि तक नहीं जा सकते । १५ अप्रले से ट्रेन शुरू हो रही है। अभी यहीं रुकना होगा। प्रशासन भोजन की व्यवस्था कर रहा है। पुलिस ने पांचों कंटेनरों के चालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सभी प्रवासियों की स्क्रीङ्क्षनग की गई है। कामगारों ने बताया कि कोरोना के चलते रोजगार मिलना मुश्किल है। यहां रहने में कोई फायदा नहीं। पैसे खत्म होने जा रहे हैं। ऐसे में सबसे सुरक्षित अपना घर है।