वनवासियों ने वन विभाग को जानकारी दी थी कि एक खेत में नौ मोरों को मार कर जलाया जा रहा है। खेत आरजी पुदुर निवासी कांगराज का है। उसने अपने खेत में चुकंदर बोई हुई है। उसका कहना था कि मोर उसकी फसल को नुकसान पहुंचा रहे थे। इनसे निपटने के लिए उसने जहर मिला दाना बिखेर दिया।
इससे मोर मागे गए। किसी को घटना का पता नहीं लगे इसके लिए उसने मोरों को जलाने का फैसला किया, पर आसपास के गांवों में रहने वाले वन वासियों की उस पर नजर पड़ गई। उनकी सूचना पर वनकर्मी मौके पर पहुंचे और उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। मोर के अधजले शव बरामद किए गए। बाद में उसे न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वन्यजीव अधिनियम, 1972 की अनुसूची 1 के तहत मोर संरक्षित पक्षी है।
गणेशीलाल की पुण्यतिथि मनाई
कोयम्बत्तूर. स्थानक वासी जैन संघ के प्रांगण में गुरु गणेश्ीलाल की 58 पुण्यतिथि मनाई गई। पंकज मुनि की उपस्थिति में हुए कार्यक्रम में वरुण मुनि ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में अनेक जीवों को सहायता पहुंचाई, अनेकों की सहायता की। लोकेश मुनि ने गायन के माध्यम से फूल अर्पित किए।
कोयम्बत्तूर. स्थानक वासी जैन संघ के प्रांगण में गुरु गणेश्ीलाल की 58 पुण्यतिथि मनाई गई। पंकज मुनि की उपस्थिति में हुए कार्यक्रम में वरुण मुनि ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में अनेक जीवों को सहायता पहुंचाई, अनेकों की सहायता की। लोकेश मुनि ने गायन के माध्यम से फूल अर्पित किए।