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भालू को जहर दे कर मारने का संदेह

locationकोयंबटूरPublished: Jun 07, 2019 01:26:11 pm

जंगल में पानी की कमी के चलते आबादी की ओर आने को मजबूर जंगली जानवरों की जान पर बन आई है

Bear death

भालू को जहर दे कर मारने का संदेह

कोयम्बत्तूर. जंगल में पानी की कमी के चलते आबादी की ओर आने को मजबूर जंगली जानवरों की जान पर बन आई है।बुधवार को चाय बागान में एक तेंदुआ मृत मिला था। बाद में कुन्नूर में बीमार हालात में मिली मादा भालू का भी दम टूट गया। इसी दिन एक जंगली बिल्ली की भी अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई।
करीब तीन साल की मादा भालू की मौत पर वन विभाग के अधिकारियों ने संदेह जताया है। उनका कहना है कि इसे शायद जहर दे कर मारा गया है।पोस्टमार्टम के बाद विसरा लिया गया है। जांच रिपोर्ट मिलने पर मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि
पिछले दिनों सोगथोराई क्षेत्र के किसानों ने खबर दी थी कि यहां तीन भालू खेतों और बागानों में नजर आ रहे हैं।इनकी वजह से किसान भयभीत थे।भालू फल देने वाले पेड़ों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। बाद में एक भालू की अचानक मौत ने सवाल खड़े कर दिए हैं। सूत्रों का कहना है कि कई बार खेतों में ज्यादा नुकसान होने पर वन्य जीवों को जहर दे कर मारने के मामले पहले भी सामने आए हैं। यहां तक कि हाथियों से फसल को बचाने के लिए बाड़ में करंट तक छोडऩे से किसान बाज नहीं आते।जंगली सूअरों के लिए देसी बम इस्तेमाल हुए हैं।एक अधिकारी ने कहा कि यदि जहर से मौत की पुष्टि हुई तो मामले की जांच कर दोषी को गिरफ्तार किया जाएगा। इसी तरह विभाग को बुधवार को सुल्लीकोडू चाय बागान में मृत मिले तेंदुए की पोस्टमार्टम रिपोर्टका भी इंतजार है। उधर बुधवार को ही एक जंगली बिल्ली अज्ञात वाहन की चपेट से मारी गई। राहगीरों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। माना जा रहा है कि बिल्ली पानी की तलाश में सेलम-कोच्चि राजमार्ग के पास करुदमपट्टी गांव की ओर आई थी। सड़क पार करते समय तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से बिल्ली मारी गई। हालांकि जंगल के आसपास की सड़कों पर गति नियंत्रित करने के बोर्डलगा रहे हैं।

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