कोयंबटूर

एनटीके का झंड़ा फहराने को लेकर फिर विवाद

एनटीके का झंड़ा फहराने को लेकर फिर विवाद

कोयंबटूरJan 24, 2020 / 09:54 am

Rahul sharma

एनटीके का झंड़ा फहराने को लेकर फिर विवाद tamilnadu

कोयम्बत्तूर. पोलवमपट्टी गांव के बसस्टैण्ड पर गुरुवार को एक बार फिर नाम तमिलयार कच्ची (एनटीके ) के कार्यकर्ताओं ने पोल पर संगठन का ध्वज फहराने की कोशिश की। इसका हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। खबर मिलने पर पुलिस और पंचायत के अधिकारी मौके पर पहुंचे और एनटीके को ध्वज फहराने की अनुमति नहीं दी। पुलिस प्रशासन ने कहा कि यहां पोल लगाने के लिए राजमार्ग विभाग की अनुमति लेनी होगी। इस दौरान दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी होती रही। पुलिस ने मामला बिगडऩे से पहले ही कार्यकर्ताओं को समझा बुझा कर अलग किया। यहां देर शाम तक पचास से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहे। एनटीके की युवा इकाई के सचिव विजयराघवन ने कहा, ध्वज फहराने की अनुमति नहीं देना लोकतांत्रिक अधिकारों के खिलाफ है। यह सब पुलिस और पंचायत अधिकारियों ने किया है।हालांकि फ्लैग पोल के खिलाफ कोई नियम नहीं हैं। यह सब जानबूझकर किया जा रहा है। कई लोग नहीं चाहते कि एनटीके यहां काम करे। उन्होंने कहा कि फ्लैग पोल लगाने के लिए वे जल्द ही उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे।उल्लेखनीय है कि इससे पहले रविवार को एनटीके का ध्वज स्तम्भ लगाने के मामले को लेकर कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हो गई थी। एनटीके के सचिव एडवोकेट शशिकुमार ने बताया कि फ्लैगपोल पहले से ही यहां था। पिछले दिनों ग्रामीण निकाय चुनावों की आचार संहिता की वजह से इसे हटा दिया था। पोल को फिर से लगा कर झंडा फहराने का कार्यक्रम तय था। लेकिन इसे रोक दिया गया। वहीं हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का कहना है कि एनटीके तमिलों के खिलाफ गैर-तमिलों को उकसाती है। लोक तंत्र में इसका यकीन नहीं है। एनटीके श्रीलंका में अलग देश के लिए संघर्ष करने वाले दिवंगत नेता प्रभाकरण को भी अपना नायक मानती है।
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