दलित छात्रा को स्कूल में टॉयलेट साफ करने के लिए किया मजबूर
दलित छात्रा को स्कूल में टॉयलेट साफ करने के लिए किया मजबूर

कोयम्बत्तूर. स्कूल के शौचालयों को साफ करने के लिए 5वीं कक्षा की दलित छात्रा को मजबूर करने वाली हेडमिस्ट्रेस की कलक्टर से शिकायत करते हुए परिजन ने कार्रवाई की मांग की है। परिजन का कहना है कि इस मामले की शिकायत करने पर भी पेरियानकेनपलायम पुलिस ने हेडमिस्ट्रेस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
परिजन ने आरोप लगाया कि हेडमिस्ट्रेस ने उनकी बेटी को शौचालय साफ करने और ऊची जाति के छात्रों की जूठी प्लेटें धोने के लिए मजबूर किया। छात्रा के परिजन के अनुसार, 11 फरवरी को, उनकी बेटी ने बताया कि पेरियुनाकेनपालम के पुथुपालयम सरकारी की हेडमिस्ट्रेस द्वारा कथित भेदभावपूर्ण अत्याचार के बारे बताया था। छात्रा ने अपने माता-पिता को बताया कि हेडमिस्ट्रेस उसकी जाति का हवाला देते हुए मौखिक रूप से गाली देती हैं। हेडमिस्ट्रेस ने पिछले दो हफ्तों से शौचालय साफ करने और जातिगत हिंदू छात्रों की प्लेटें धोने के लिए मजबूर किया। पारिजनों का कहना है कि हेडमिस्ट्रेस की भेदभावपूर्ण कार्रवाइयों के कारण उनकी बेटी ने स्कूल जाने से मना कर दिया। परिजनों ने एससी, एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत हेडमिस्ट्रेस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
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