हाथी की संदिग्धावस्था में मौत
कोयंबटूरPublished: Jul 30, 2019 01:14:24 pm
शहर के पास चिन्ना तड़ागम मेें एक हाथी की मौत के लिए ग्रामीणों ने वन विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है। वहीं वन अधिकारियों का कहना है कि आंतों में कीड़े पडऩे के कारण हाथी की मौत हुई है।
Korba Elephant : आधी रात दंतैल हाथी बेडिय़ां तोड़कर भागा, अधिकारियों के फूले हाथ-पांव
कोयम्बत्तूर. शहर के पास चिन्ना तड़ागम मेें एक हाथी की मौत के लिए ग्रामीणों ने वन विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है। वहीं वन अधिकारियों का कहना है कि आंतों में कीड़े पडऩे के कारण हाथी की मौत हुई है।
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने मुलाकाडु वन क्षेत्र की तलहटी में हाथी को राजस्व भूमि पर खड़ा देखा था। काफी देर से वह हिल डुल नहीं रहा तो उन्हें शंका हुई। ग्रामीणों ने गौर किया कि हाथी स्वस्थ नजर नहीं आ रहा। इस पर तत्काल वन विभाग की टीम को खबर की। डॉ. अशोकन के नेतृत्व में चिकित्सा दल आया। उन्होंने कोशिश की पर थोड़ी देर बाद हाथी निढ़ाल हो कर जमीन पर गिर गया। आधा घंटे बाद उसका दम टूट गया।ग्रामीणों को कहना था कि जो हाथी जमीन पर खड़ा था। मतलब उसकी हालत इतनी गंभीर नहीं थी। आम तौर पर बीमारी से नि:शक्त हाथी खड़ा नहीं रह पाता वह जमीन पर लेट जाता है। लेकिन यहां हाथी चिकित्सा मिलने के बाद संभल नहीं पाया और मर गया। हालांकि वन विभाग ने इन आरोपों को गलत बताते हुए दावा किया कि खबर मिलते ही टीम मौके पर पहुंची । उसका इलाज किया पर बचाया नहीं जा सका। हाथी करीब 14 साल का था। बाद में मौके पर ही पोस्टमार्टम में उसकी आंतों में कीड़े पाए गए। वहीं उसे दफना दिया गया।