घटना बुधवार रात की है। तीन जंगली हाथी चावल, दूध, खाने पीने की चीजों की गंध से आकर्षित होकर राशन की दुकान तक पहुंच गए। दीवार तोड़ कर वे दुकान में घुस गए। तोडफ़ोड़ की आवाज से बस्ती के लोग जाग गए। उन्होंने देखा कि हाथी सामान लूटने में लगे हैं। उन्होंने शोर मचा कर हाथियों को भगाने की कोशिश की मगर वे डरे नहीं और चीनी-चावल के कट्टे , दूध पाउडर की थैलियों को संूड से उठाकर ले गए। दुकान लुटती देख महिलाएं रोने लगी मगर वे बेबस थीं। लोगों ने हिम्मत दिखाई और सुरक्षित दूरी रखते हुए वाहनों से हाथियों का पीछा किया। हैडलाइट की चकाचौंध से हाथी भी घबरा गए। उन्हें चीनी -चावल के कट्टे छोडऩे पड़े। उन्हें लेकर ग्रामीण लौट आए। गुरुवार सुबह राजस्व व वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि हाथी के हमले की वजह से गुरुवार को वे दुकान नहीं खोल पाएंगे। राजस्व विभाग के अधिकारी मौका निरीक्षण के लिए आए। धावे में दुकान की एक ओर की दीवार पूरी तरह ध्वस्त हो गई। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि हाथियों का झुंड फिर से बस्ती को निशाना बना सकता है। वन अधिकारी ऐहतियाती उपाय कर रहे हैं।