यहीं पर राशन की दुकान है।हाथियों के हमले के समय सभी गहरी नींद में थे। सुबह जाग होने पर श्रमिकों की निगाह जब राशन की दुकान पर पड़ी तो उनको पूरा माजरा समझ में आ गया। हाथियों के आवासीय इलाके में आने से वे डर गए और उन्होंने तत्काल वन विभाग को खबर की।मौके पर विभाग की टीम पहुंची और मुआयना किया। इस सम्बन्ध में जिला वन अधिकारी गुरु स्वामी ने बताया कि पिछले पांच दिन से हाथियों का झुण्ड इस इलाके में हैं। विभाग इन पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने बताया कि ये प्रवासी हाथी नहीं है।
पिछले साल भी इस झुण्ड को क्रेगमोर टी एस्टेट के आसपास देखा गया था। उन्होंने चाय बागान मजदूरों को आस्वस्त किया कि विबाग की टीम हाथियों को जंगल की ओर खदेडऩे में जुटी हैं। हाथियों के धावे में राशन की दुकान को हुए नुकसान के मुआवजे के बारे में उन्होंने बताया कि इस तरह का कोई प्रावधान नहीं हैं। नागरिक आपूर्ति विभाग को भी जानकारी दी जानी चाहिए। रिपोर्ट भेजने में सहयोग करेंगे। रेंज अधिकारी को नुकसान की रिपोर्ट बनाने के लिए कहा गया है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले कोटगिरि के पास कग्गुची गांव की राशन की दुकान में एक भालू घुस गया था। उसे बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया।