उन्होंने प्रधानाचार्य से पूछताछ की और पूरे स्कूल परिसर का भी निरीक्षण किया। इसके बाद स्कूल को सील कर दिया। मुख्य शिक्षाधिकारी उषा ने बताया स्कूल प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि रोक के बाद भी प्रवेश परीक्षा का आयोजन क्यों किया गया। पूरे मामले की जांच की जा रही है। उसी के अनुरूप ही कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन का कहना है कि केवल 10वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को हॉल टिकट जारी करने के लिए स्कूल खोला था। हो सकता है कुछ अभिभावकों ने स्कूल को खुला देख कर मान लिया कि दाखिले चल रहे हैं । स्कूल में कोई प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की गई थी। अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मई माह में ऊटी के एक स्कूल को भी लॉकडाउन के दौरान बच्चों के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने पर प्रशासन ने सील कर दिया था। इसके बार में स्कूल के आसपास रहने वालों ने ही प्रशासन को अवगत कराया था।