तेज हवाओं व बारिश से केले की फसल चौपट
कोयंबटूरPublished: May 08, 2019 08:52:10 pm
मेट्टूपालयम इलाके में सोमवार रात भारी बरसात के साथ तेज हवाओं ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया।
Temperature effect on Banana Crop in Burhanpur
बिगड़े मौसम ने किसानों की मेहनत पर पानी फेरा
कोयम्बत्तूर. मेट्टूपालयम इलाके में सोमवार रात भारी बरसात के साथ तेज हवाओं ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। मंगलवार सुबह किसान जब खेतों में पहुंचे तो केले की फसल को देख उनकी आंखें में आंसू आ गए। केले के पेड़ तने से अलग हो कर गिर चुके थे। फलों सहित डालियां जमीन पर पड़ी थी।मोटे अनुमान के मुताबिक करीब पचास हजार से अधिक केले के पेड़ नष्ट हो गए।
मिली जानकारी के अनुसार देर रात मौसम अचानक बदला और मेट्टूपालयम, सिरुमुगई, बागथुर, अन्नाधासमपलयम ,इदुगमपलायम व आसपास के गावों में तेज हवाएं चलने लगी। साथ ही मूसलाधार बारिश शुरु हो गई। बारिश व हवाओं की मार केले के पेड़ झेल नहीं पाए व तने से टूट कर नीचे लटक गए। मौसम के कहर से किसान चिन्तित हो उठे। उनकी नींज उड़ गई। करीब आधा घंटे तक हवा के साथ बरसात ने केलों के धराशायी कर दिया।ज्यादातर पेड़ों पर केले के फल लगे हुए थे । एक दो दिन में फसल को बाजार में बेचने की तैयारी थी पर सब चौपट हो गया। एक किसान ने बताया कि वैसे भी हम कर्ज लेकर खेती कर पा रहे है।कर्जे की किस्त चुका पाते उससे पहले ही मौसम ने हमारे अरमानों पर पानी फेर दिया। उन्होंने बताया कि अब तक जंगली हाथियों से फसल को बचा रहे थे पर अब कुदरत ने मजाक कर दिया।किसानों ने राज्य सरकार से मुआवजे की मांग की है।