बिना किसानों की सहमति के खेतों में टॉवर लगाना गलत
कोयंबटूरPublished: Sep 17, 2019 01:31:19 pm
माकपा के प्रदेश सचिव बालाकृष्णन ने कहा है कि किसानों को विश्वास में लिए बिना खेतों मेें लगाए जा रहे एचटी लाइनों के टॉवर के खिलाफ १८ सितम्बर को होने वाले आंदोलन का पार्टी समर्थन करती है।पहले से ही खेतों में जोत घट रही है अब वहां टॉवर और खड़े किए जा रहे हैं।
कोयम्बत्तूर.माकपा के प्रदेश सचिव बालाकृष्णन ने कहा है कि किसानों को विश्वास में लिए बिना खेतों मेें लगाए जा रहे एचटी लाइनों के टॉवर के खिलाफ १८ सितम्बर को होने वाले आंदोलन का पार्टी समर्थन करती है।पहले से ही खेतों में जोत घट रही है अब वहां टॉवर और खड़े किए जा रहे हैं।
बालाकृष्णन कोयम्बत्तूर जेल में बंद उन किसानों से मिलने आए थे, जिन्हें हाल ही में तिरुपुर के पास हाई पावर टावरों की स्थापना के विरोध में गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ सांसद पी.नटराजन व
पांच किसान संगठनों के प्रतिनिधि भी थे। उन्होंने कहा कि जिन किसानों को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें प्रशासन ने बातचीत के लिए ले बुलाया था और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया ।माकपा नेता ने प्रशासन की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि वे किसानों के साथ हैं।बाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा पार्टी 18 सितंबर को टावरों के खिलाफ आंदोलन में माकपा पूरा साथ देगी।
कक्षा 5 और 8 के लिए बोर्ड परीक्षा के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि ये राज्य सरकार का मनमाना फैसला है। बच्चों पर इसका गलत असर पड़ेगा।ऐसे छात्र विरोधी फैसलों को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
इसका विरोध शुरु हो गया है । हाउस टैक्स के विरोध में विभिन्न संगठनों की ओर से 27 सितंबर को कोयम्बत्तूर बंद के आह्वान पर माकपा सचिव ने कहा कि पार्टी बंद में सहयोग करेगी।उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि जल वितरण तक विदेशी कम्पनियों को सौंप दिया गया है।फ्लेक्स बैनरों के संबंध में उनका कहना था कि राजनीतिक दलों को अपने कार्यकर्ताओं को फ्लेक्स बैनर नहीं लगाने के लिए हतोत्साहित करना चाहिए।कावेरी नदी की रक्षा के लिए चलाए जा रहे अभियान की सराहना करते हुए बालाकृष्णन ने कहा कि जो लोग जग्गी वासुदेव के भक्त हैं, वे च्कावेरी कॉलिंगज् का समर्थन कर सकते हैं, लेकिन राज्य सरकार इसके लिए धन क्यों उपलब्ध करा रही है।