चिदम्बरम ने कहा कि पहले भी एआईएडीएमके और भाजपा साथ में चुनाव लड़ चुके हैं और हम जीत थे। इस बार भी ऐसा ही होगा। चुनाव के बाद भी हमारा गठबंधन बना रहेगा। चिदम्बरम ने कहा कि तमिलनाडु हमेशा मोदी या भाजपा के विरोध में आगे रहा है। पेरियार, कामराज, अण्णा, करुणानिधि ने तमिलनाडु को देश में अग्रणी बनाया। चिदम्बरम ने कहा कि मोदी सरकार तमिलनाडु और राज्यों के अधिकारों की उपेक्षा करती रही है। मोदी और भाजपा हिंदुत्व की विचारधारा के साथ पूरे देश में एक भाषा और संस्कृति लागू करना चाहती है। पिछली यूपीए सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए चिदम्बरम ने कहा कि भाजपा कहती थी कि १०० दिन की योजना में कैसे काम हो सकता है लेकिन हमने सूचना अधिकार और खाद्य सुरक्षा अधिकार कानून लागू करके दिखाया। इस हमने न्याय योजना के तहत हर परिवार को मासिक ६ हजार रुपए देने का वादा किया है। चिदम्बरम ने कहा कि भाजपा ने जीएसटी को अतार्किक तरीके से लागू किया जिसके कारण यह अर्थव्यवस्था और लोगों के लिए बोझ बन गया। चिदम्बरम ने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस इसे सरल बनाएगी। चिदम्बरम ने कहा कि एआईएडीएमके का अण्णा या जयललिता के विचाराधारा से कोई संबंध नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि दक्षिण में सिर्फ तमिलनाडु ही एक राज्य है जहां भाजपा परोक्ष तरीके से सरकार चला रही है और एआईएडीएमके सिर्फ कठपुतली बना हुआ है। उन्होंने कहा कि राहुल के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही राज्य में सत्ता बदलेगी और डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन मुख्यमंत्री बनेंगेे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए नीट को रद्द किया जाएगा।
उपचुनाव लोकतंत्र और धन के बीच मुकाबला : वेलु
डीएमके वरिष्ठ नेता ए के वेलु ने कहा कि विधानसभा उपचुनावों में मुकाबला लोकतंत्र और धन के बीच है। उन्होंने कहा कि २००४ के आम चुनाव में कांग्रेस और डीएमके ने साथ चुनाव लड़ा था और सभी सीटों पर गठबंधन को सफलता मिली थी। इस बार भी गठबंधन को सभी सीटों पर जीत की उम्मीद है।
उपचुनाव लोकतंत्र और धन के बीच मुकाबला : वेलु
डीएमके वरिष्ठ नेता ए के वेलु ने कहा कि विधानसभा उपचुनावों में मुकाबला लोकतंत्र और धन के बीच है। उन्होंने कहा कि २००४ के आम चुनाव में कांग्रेस और डीएमके ने साथ चुनाव लड़ा था और सभी सीटों पर गठबंधन को सफलता मिली थी। इस बार भी गठबंधन को सभी सीटों पर जीत की उम्मीद है।