scriptरीयल एस्टेट नीति व छवि बदलनी होगी | It is important to change the image of real estate | Patrika News

रीयल एस्टेट नीति व छवि बदलनी होगी

locationकोयंबटूरPublished: May 25, 2020 02:05:56 pm

Submitted by:

Dilip

कोरोना संक्रमण के बाद अर्थ व्यवस्था के पुन र्निर्माण के लिए जूझ रहे उद्योग जगत में रीयल एस्टेट भी अछूता नहीं है। बिल्डर्स रीयल एस्टेट क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए गुणवत्ता बढ़ानी होगी साथ ही इस व्यवसाय की छवि को भी बदलना जरूरी है।

रीयल एस्टेट  नीति व छवि बदलनी होगी

रीयल एस्टेट नीति व छवि बदलनी होगी

कोयम्बत्तूर. कोरोना संक्रमण के बाद अर्थ व्यवस्था के पुन र्निर्माण के लिए जूझ रहे उद्योग जगत में रीयल एस्टेट भी अछूता नहीं है। बिल्डर्स रीयल एस्टेट क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए गुणवत्ता बढ़ानी होगी साथ ही इस व्यवसाय की छवि को भी बदलना जरूरी है। यह बात ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सदगुरु ने कही। वह कन्फेडेरशेन ऑफ रीयल ऐस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और नेशनल रीयल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे।
उद्बोधन में सद्गुरू ने कहा कि रीयल ऐस्टेट इंडस्ट्रीज से ५ करोड़ श्रमिक कामगार जुड़े हैं प्रवासी श्रमिकों के लौटने से समस्त कार्य चरमरा गया है। अब भवन निर्माणकर्ता न बनकर राष्ट्र निर्माणकर्ता बनना है। कई कंपनियां चीन में कई प्रोजेक्ट बंद करना चाहती हैं भारत के लिए यह सुनहरा अवसर होगा कि वह प्रोजेक्ट यहां लगाएं जाएं। इसके लिए निवेश को बढ़ाना होगा। वक्ताओं ने सुझाव दिए कि बहुमंजिला ईमारत के साथ स्कूल, स्वास्थ्य सेवाएं, मनोरंजन सुविधाएं होनी चाहिए तथा चारों ओर पर्यावरण संरक्षण व जल स्त्रोत के लिए पर्याप्त जगह छोडऩी होगी। जिससे शुद्ध व स्वस्थ वातावरण में लोग रह सकें। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भवन निर्माण के साथ पर्यावरण संरक्षण को भी सहज कर रखना होगा। वर्षा जल संरक्षण, पौधे, हरियाली आदि के लिए पर्याप्त स्थान व इसके रखरखाव की जिम्मेदारी तय करनी होगी। शिक्षा व्यवस्था में भी परिवर्तन की आवश्यकता है।
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