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आत्मविजय की साधना करें : महाश्रमण

locationकोयंबटूरPublished: Apr 24, 2019 12:27:59 pm

तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण ने कहा है कि संसार में हर व्यक्ति सुख चाहता है। आध्यात्मिकता से भौतिक सुख कुछ मिल भी जाए लेकिन भौतिकता से आध्यात्मिक सुख को नहीं प्राप्त किया जा सकता।

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आत्मविजय की साधना करें : महाश्रमण

डिंडीगुल. तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण ने कहा है कि संसार में हर व्यक्ति सुख चाहता है। आध्यात्मिकता से भौतिक सुख कुछ मिल भी जाए लेकिन भौतिकता से आध्यात्मिक सुख को नहीं प्राप्त किया जा सकता।
सुख प्राप्ति के लिए जरूरी है कि व्यक्ति अपने आप से युद्ध करें। आत्मविजय की साधना करें। आचार्य यहां एक निजी स्कूल में आयोजित धर्मसभा में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि
हमारे जो कषाय है- क्रोध, अहंकार, माया व लोभ ये हमारी आत्मा के शत्रु के समान है। उपशम की साधना से गुस्से को जीतना चाहिए एवं मृदुता के द्वारा व्यक्ति अहंकार का नाश कर सकता है। आचार्य ने कहा कि ऋजुता के द्वारा माया को मिटा कर संतोष द्वारा व्यक्ति लोभ पर विजय प्राप्त कर सकता है। व्यक्ति अध्यात्म की साधना में सतत पुरुषार्थ करता रहे। कषायों का शमन कर व्यक्ति शाश्वत सुखों को प्राप्त कर सकता है।
आचार्य इससे पहले ओतुपट्टी से विहार कर डिंडीगुल पहुंचे। यहां बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने आचार्य व धर्मसंघ का स्वागत -अभिनंदन किया।

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