कारोबारी शिवरतन पारीक का कहना है कि पिछले दिनों केन्द्र सरकार ने मास्क , व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) व चिकित्सा उपयोग के व ों के निर्यात पर लगी रोक हटा ली है।इसकी के साथ सूती कपड़े , फाइबर व दूसरी सामग्री से बनने वाले चिकित्सा उपयोग के व ों के निर्यात की राह खुल गई है। यह तिरुपुर के लिए बड़ा मौका है। अगले दो माह में तिरुपुर की हॉजरी इंडस्ट्रीज को सात हजार करोड़ के मास्क निर्माण के आर्डर मिलने की संभावना है। पीपीई भी आज की जरूरत है। इन दोनों के उत्पादन में तिरुपुर सक्षम है।
6000 गारमेंट इकाइयां
1500 इकाइयां के उत्पाद होते है निर्यात
50 फीसदी देश के हॉजरी व तिरुपुर में ही बनते हैं
06 लाख लोगों को मिलता है रोजगार
1.5 लाख प्रवासी दूसरे राज्यों के करते हैं काम
43 हजार करोड़ का कुल कारोबार
25 हजार करोड़ का निर्यात