कोयम्बत्तूर. श्रीलंका में ईस्टर पर हुए विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने देश में भी
ISIS (आईएसआईएस) से जुड़े संदिग्धों के खिलाफ भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पिछले महीने आईएसआईएस के केरल मॉड्यूल के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए)
तमिलनाडु मॉड्यूल पर शिकंजा कस रही है। तीन दिनों में एनआईए ने कोयम्बत्तूर से इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने तीन दिन की पूछताछ और जांच के बाद शुक्रवार देर शाम इस मामले में दूसरे आरोपी वाई. शेख हिदायतुल्लाह (38) को गिरफ्तार किया। एनआईए के बयान के मुताबिक दक्षिण उक्कडम इलाके का रहने वाला न सिर्फ सोशल मीडिया पर आईएसआईएस समर्थक गतिविधियों में शामिल था बल्कि वह प्रतिबंधित सिमी से भी जुड़ा रहा है। इससे पहले एनआईए ने 12 जून को कोयम्बत्तूर में 7 स्थानों पर छापा मारा था और 6 आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। 12 जून को देर शाम ही एनआईए ने मामले के मुख्य आरोपी और आईएसआईएस के तमिलनाडु मॉड्यूल के सरगना माने जा रहे मोहम्मद अजहरुद्दीन को गिरफ्तार का लिया था। हिदायतुल्लाह सहित बाकी 5 आरोपियों से पूछताछ जारी थी। 13 जून को भी एनआईए और पुलिस ने चार संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। हिदायतुल्लाह को एनआईए ने कोच्चि की विशेष अदालत में पेश किया। गौरतलब है कि एनआईए ने इन आरोपियों के खिलाफ 30 मई को मामला दर्ज किया था। यह पहला मौका नहीं है जब एनआईए ने कोयम्बत्तूर से आतंककारी गतिविधियों से जुड़े मामले में गिरफ्तारी की है। आपको बता दें कि कोयम्बत्तूर में वर्ष 1998 में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में चार दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।